हेलो "Melodi...": जब PM मोदी से कुछ इस अंदाज में मिलीं इटली की PM मेलोनी

भारत अब तक 11 बार इस सम्मेलन में शामिल हो चुका है. सबसे पहले 2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस सम्मेलन के लिए फ्रांस ने निमंत्रण दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 से लगातार इस सम्मेलन की बैठक में शामिल हो रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
वीडियो में जॉर्जिया मेलोनी के पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेते हुए एक झलक भी है.
नई दिल्ली:

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें जॉर्जिया, पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेती दिख रही हैं. वहीं अब इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अपने सोशल मीडिया पर एक छोटा सा वीडियो पोस्ट किया है. जिसमें वो हेलो, 'मेलोडी' टीम कहते हुए सुनाई दे रही हैं और पीएम मोदी के चेहरे पर मुस्कान है. इस वीडियो को शेयर करते हुए इटली की प्रधानमंत्री ने लिखा, नमस्ते दोस्तों, फ्रॉम # मेलोडी.  पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी की ओर से कहा गया, "भारत-इटली की दोस्ती अमर रहे!"

क्या है "मेलोडी"

"मेलोडी" एक ऐसा शब्द है जो पिछले साल पीएम मोदी और मेलोनी की द्विपक्षीय बैठक के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. 

तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा थी. वह जी7 शिखर सम्मेलन के 'आउटरीच सेशन' में शिरकत करने के लिए अपुलिया पहुंचे थे. दिल्ली लौटने के बाद पीएम मोदी ने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया और लिखा, 'जी-7 शिखर सम्मेलन में मैंने विश्व मंच पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया. पेश हैं मुख्य अंश...'

वीडियो में पीएम मोदी की वर्ल्ड लीडर्स के बीच दीवानगी साफ देखने को मिल रही है. पीएम मोदी को दुनियाभर के शीर्ष नेताओं के मंच पर बीच में जगह दी गई. वहीं इटली पहुंचने पर जॉर्जिया मेलोनी ने उनका हाथ जोड़ नमस्ते कहकर स्वागत किया. इस दौरान वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनकर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की, वैटिकन सिटी के प्रमुख पोप फ्रांसिस समेत दुनिया के कई नेताओं से मिलते नजर आए.

इस वीडियो में जॉर्जिया मेलोनी के पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेते हुए एक झलक भी है.

वीडियो शेयर करने से पहले पीएम मोदी ने शनिवार सुबह एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ''अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन बेहद उपयोगी रहा. विश्व नेताओं से बातचीत हुई और अलग-अलग विषयों पर चर्चा की गई. साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली समाधान तैयार करना है, जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो और भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो.''

Advertisement

जी-7 में अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा शामिल हैं. ये देश हर साल एक सम्मेलन में दुनिया के अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं. पिछली बार जी-7 समिट जापान में हुआ था. भारत अब तक 11 बार इस सम्मेलन में शामिल हो चुका है. सबसे पहले 2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस सम्मेलन के लिए फ्रांस ने निमंत्रण दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 से लगातार इस सम्मेलन की बैठक में शामिल हो रहे हैं. (भाषा इनपुट के साथ)

ये भी पढ़ें-  सिक्किम में कुदरत का कहर, बारिश-भूस्खलन से 9 की मौत, 1,200 से अधिक पर्यटक फंसे

Video : Madhya Pradesh: Betul में बदमाशों की दबंगई, कॉलेज में घुसकर प्रोफेसर की पिटाई

Advertisement
Featured Video Of The Day
Amit Shah Interview | Rahul, Kejriwal, Dhankhar और संविधान संशोधन विधेयक पर क्या कुछ बोले अमित शाह?