- मारुति सुजुकी के हंसलपुर प्लांट के स्टॉकयार्ड में खड़ी कारें गूगल अर्थ से देखने पर बूंद जैसी दिखती हैं.
- गुजरात के हंसलपुर प्लांट की क्षमता 7.5 लाख यूनिट प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 10 लाख यूनिट तक करने की तैयारी है.
- पीएम ने यहां बनी पहली ग्लोबल इलेक्ट्रिक एसयूवी e-VITARA को हरी झंडी दिखाई जो 100 देशों में निर्यात होगी. .
नन्हें-नन्हें डॉट्स वाली ये तस्वीर किसकी है? आप सोच रहे होंगे, शायद ये किसी सेमीकंडक्टर चिप की तस्वीर होगी. लेकिन ऐसा नहीं है, इस तस्वीर की पूरी कहानी जानकर आपको अपने देश पर गर्व होगा, आपका सीना चौड़ा हो जाएगा. ये तस्वीर Make in India, Make for the World अभियान में नए नगीने की तरह है. ये मारुति सुजुकी कंपनी के गुजरात स्थित हंसलपुर प्लांट की तस्वीर है. गूगल अर्थ से ली गई इस तस्वीर में दिख रहे डॉट्स दरअसल कंपनी के स्टॉकयार्ड में खड़ी कारें हैं. आइए इस कंपनी और इस प्लांट की अनोखी कहानी आपको बताते हैं.
सबसे पहले देखिए, हेलीकॉप्टर से देखने पर मारुति सुजुकी का हंसलपुर प्लांट कैसा दिखता है. इसका स्टॉकयार्ड इतना बड़ा है कि जहां तक नजर जाती है, कारें ही कारें नजर आती हैं.
100 देशों में निर्यात होगी ई-विटारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मारुति सुजुकी के हंसलपुर प्लांट से आत्मनिर्भर भारत मुहिम में एक नया आयाम जोड़ा. अहमदाबाद जिले में स्थित हंसलपुर गांधीनगर से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर है. इस प्लांट में बनी बैटरी से चलने वाली ई-विटारा कार को पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाई. पीएम मोदी ने कहा कि आज ‘मेक इन इंडिया' पहल के लिए एक बड़ा दिन है क्योंकि देश में बने ई-वाहनों का निर्यात 100 देशों में किया जाएगा. दुनिया अब भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहन चलाएगी. पीएम मोदी ने लिथियम आयन बैटरी सेल्स के उत्पादन प्लांट का भी उद्घाटन किया.
40 लाख कारें हर साल बनाएगी मारुति सुजुकी
जापानी कार कंपनी सुजुकी मोटर्स के प्रतिनिधि डायरेक्टर व प्रेसिडेंट तोशीहीरो सुजुकी ने बताया कि कंपनी अगले 5-6 वर्षों में भारत में 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी. मारुति सुजुकी के इंडिया चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि इस निवेश के जरिए कंपनी की सालाना उत्पादन क्षमता को 40 लाख यूनिट तक पहुंचाया जाएगा. मारुति सुजुकी इंडिया का लंबे समय से हिस्सा रहा सुजुकी ग्रुप पहले ही एक लाख करोड़ रुपये भारत में निवेश कर चुका है. इस निवेश से 11 लाख सीधी नौकरियां पैदा हुई हैं.
मारुति सुजुकी की कहानी
- 1909 - जापान में सुजुकी कंपनी की स्थापना मिचियो सुजुकी ने की.
- 1981 - भारत सरकार ने मारुति उद्योग लिमिटेड की स्थापना की.
- 1982 - सुज़ुकी मोटर्स ने मारुति के साथ जॉइंट वेंचर में मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड बनाई.
- 2010-12 - भारत के कार बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 50% से अधिक थी.
- मई 2025 - मारुति सुजुकी की घरेलू कार बाजार में करीब 40% हिस्सेदारी थी.
मारुति सुजुकी क्यों है इतनी खास?
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है.
- मारुति सुजुकी भारत की सबसे बड़ी कार कंपनी है.
- कंपनी के भारत में चार मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं.
- कंपनी का सबसे बड़ा प्लांट हरियाणा का खरखौदा में है.
- वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने 22 लाख से अधिक कारें बनाई थीं.
- कंपनी का लक्ष्य अब 40 लाख कारें प्रतिवर्ष बनाने का है.
कंपनी के हंसलपुर प्लांट की कहानी
- पीएम मोदी ने खुद बताया कि 2012 में जब वह मुख्यमंत्री थे, तब मारुति सुजुकी को हंसलपुर में जमीन आवंटित की गई थी.
- हंसलपुर को रणनीतिक रूप से इसलिए चुना गया क्योंकि यह बंदरगाहों और निर्यात मार्गों के करीब है.
- 2014 में प्लांट का संचालन शुरू हुआ और पहले मॉडल के रूप में Baleno का उत्पादन हुआ.
- हंसलपुर प्लांट सालाना 2.5 लाख यूनिट की क्षमता के साथ शुरू हुआ था.
- अब इसकी क्षमता बढ़कर 7.5 लाख यूनिट प्रतिवर्ष हो चुकी है.
- प्लांट के प्रोडक्शन को अब बढ़ाकर 10 लाख यूनिट तक करने की तैयारी है.
- ऐसा होने पर यह दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग हब में से एक बन जाएगा.
बैटरी प्लांट बनाएगा नया हरित इतिहास
मारुति सुजुकी का हंसलपुर प्लांट सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं बल्कि भारत-जापान के बीच भरोसे और तकनीकी सहयोग का प्रतीक है. अब प्रधानमंत्री मोदी ने हंसलपुर प्लांट में बनी भारत की पहली ग्लोबल इलेक्ट्रिक एसयूवी e-VITARA को लॉन्च किया है. पीएम ने इसे भारत को ग्रीन मोबिलिटी का ग्लोबल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम बताया है. पीएम ने TDS लिथियम-आयन बैटरी प्लांट का भी उद्घाटन किया है. यह जापान की तीन कंपनियों- सुज़ुकी, टोशिबा और डेंसो का संयुक्त उपक्रम है. यह भारत की पहली कंपनी है, जिसने लिथियम आयन बैटरी सेल्स के लिए घरेलू स्तर पर इलेक्ट्रोड लेवल उत्पादन क्षमता हासिल की है.