भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के विशेषज्ञों की एक टीम ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को ‘सर्वाइकल कैंसर' रोधी भारत के स्वदेश विकसित प्रथम ‘क्वैडरीवेलेंट ह्रयूमन पैपील्लोमावायरस टीका' (क्यूएचपीवी) के विनिर्माण के लिए बाजार विपणन मंजूरी प्रदान करने की बुधवार को सिफारिश की.आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सीरम इंस्टीट्यूट में निदेशक (सरकार एवं नियामक मामले) प्रकाश कुमार सिंह ने भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) के पास आठ जून को क्यूएचपीवी की बाजार विपणन मंजूरी के लिए आवेदन दिया था. क्लीनिकल परीक्षण के तीन में से दो चरणों को पूरा करने के बाद ऐसा किया गया था.
क्लीनिकल परीक्षण, देश में इसकी शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से किया गया. समझा जाता है कि आवेदन में सिंह ने कहा है कि क्यूएचपीवी टीका सेरवावैक ने सभी लक्षित एचपीवी स्वरूपों और सभी खुराक तथा आयु समूह में आधार रेखा की तुलना में करीब 1,000 गुना अधिक एंटीबॉडी प्रतिक्रिया प्रदर्शित की. एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति ने इसके उपयोग पर बुधवार को चर्चा की। उसने सीरम इंस्टीट्यूट को सर्वाइकल कैंसर रोधी क्यूएचपीवी का विनिर्माण करने के लिए बाजार विपणन मंजूरी प्रदान करने की सिफारिश की.''
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