उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का एक जोड़ा अपनी बेटी के छठे जन्मदिन की खरीददारी के लिए दिल्ली आया था. उनकी यात्रा दु: खद अनुभव में तब बदल गई जब उनकी 6 साल की बेटी भीड़ भरे चांदनी चौक (Chandani Chowk) के बाजार में खो गई. हाथों में कपड़े एवं जन्मदिन के सामान का बैग लिये दोनों पति-पत्नी दुकान-दुकान जाकर अपनी बेटी के बारे में पूछने लगे और आखिरकार वे मदद के लिए पुलिस (Police) चौकी पहुंचे. सात दिसंबर की इस घटना को याद करते हुए हेड कांस्टेबल भरत ने कहा, ‘‘वे तनावपूर्ण हालत में थे और उनकी आखों में आंसू थे. हमने लड़की को ढूढने के लिए अपने स्थानीय नेटवर्क को लगाया और दो घंटे की सघन तलाशी के बाद हमने अंतत: उसे ढूढ ही लिया.'' संबंधित परिवार के संपर्क में रहे भरत ने कहा कि खरीददारों की भीड़भाड़ में उसका पता लगाना मुश्किल था लेकिन अंसभव नहीं था. इस परिवार ने बुधवार को बच्ची का जन्मदिन मनाया.
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हेड कांस्टेबल ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे और मेरे सहयोगियों को उसके जन्मदिन पाटी में शामिल होने के लिए बुलाया था लेकिन हमारे सामने यहां हमारी ड्यूटी है.'' भरत ने कहा कि वह उस परिवार से मिलने के लिए शीघ्र ही लाहौरी गेट थाने में अपनी टीम के सथ उत्तर प्रदेश के कोंडरी गांव जाने की योजना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लड़की के गुम हो जाने पर उसका ब्योरा दुकानदारों, पुलिसकर्मियों और स्थानीय संगठनों के व्हाट्सऐप ग्रुप में भेजे गये और चांदनी चौक में शीशगंज गुरद्वारा के सदस्यों को वह लड़की मिली. भरत ने कहा, ‘‘(बच्ची के) माता-पिता उम्मीद छोड़ चुके थे, उनकी आंखों में आंसू थे. उन्हें सात्वनां दी गयी और धैर्य रखने को कहा गया.''
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