महादेव ऑनलाइन गेमिंग (Mahadev Online Gaming) और सट्टेबाजी ऐप से संबंधित मामले मे गिरफ्तार सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा को एक दिन के लिए जेल भेज दिया गया है. दोनों ही आरोपियों को ईडी की तरफ से CJM कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने का आवेदन दिया गया था. कलकत्ता से गिरफ्तार सूरज चोखानी पर महादेव ऐप सट्टेबाजी के पैसे को शेयर मार्केट में लगाने का आरोप है. भोपाल से गिरफ्तार गिरीश तलरेजा पर सट्टेबाजी की कमाई को ऐप के प्रमोटर शुभम सोनी के साथ मिलकर कई बैंक खातों के जरिए रोटेड करने का आरोप है.
कोर्ट ने दोनों पक्षों की साढ़े 3 घंटे की बहस के बाद फैसला सुनाया. दोनों आरोपियों को सोमवार को PMLA स्पेशल कोर्ट में पेश कर ईडी को रिमांड पर लेने के दिए निर्देश दिये गए. ईडी ने दोनो आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर पूछताछ करने की अर्जी लगायी थी JMFC कोर्ट ने दोनो आरोपियों को एक दिन के लिए जेल भेज दिया.
कैस चलता था महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप से सट्टा?
अब तक इस केस में ED ने कई लोगों की गिरफ्तारी की है. इसमें दो सगे भाई सुनील दम्मानी, अनिल दम्मानी, छत्तीसगढ़ पुलिस का ASI चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर भी शामिल हैं. महादेव बेटिंग ऐप को दुबई में बैठकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऑपरेट करते थे. ये दोनों महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर भी थे. मलेशिया, थाईलैंड हिंदुस्तान, UAE में अलग-अलग बड़े शहरों में कॉल सेंटर खोले गए थे. इनके जरिए अलग-अलग सब्सिडी ऐप बनाकर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था.
बड़े शहरों में खोले गए इस ऐप के 30 कॉल सेंटर
दरअसल, भारत में छत्तीसगढ़ समेत कई अलग-अलग राज्यों के बड़े शहरों में महादेव बेटिंग ऐप के करीब 30 कॉल सेंटर खोले गए थे. इन कॉल सेंटर को बाकायदा एक चेन बनाकर बेहद शातिर तरीके से चलाया जा रहा था. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दो बेहद करीबी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहा था.
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