कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia gandhi) से ईडी की बार- बार पूछताछ पर वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा कि सरकार ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून (money laundering law) को लोगों को निशाना बनाने और अपमानित करने का हथियार बना लिया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड मामले से संबंधित मामले पर जल्द फैसला करने का आग्रह किया है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की आयु 75 साल हो चुकी है और वह आज तीसरी बार ईडी के सामने नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए उपस्थित हुईं हैं. आजाद ने कहा कि ईडी को मामले में बार-बार पूछताछ करने से पहले सोनिया गांधी की उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखना चाहिए.
इस मामले में पार्टी नेता राहुल गांधी से 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रमुख वृद्ध हैं, उनकी तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, ऐसे में ईडी को उनको बार- बार परेशान नहीं करना चाहिए. आजाद ने कहा कि "यहां तक कि युद्धों में, राजा महिलाओं पर हमला नहीं करने का आदेश देते थे.
वहीं कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि कानूनों का शस्त्रीकरण और लोगों को निशाना बनाने और अपमानित करने के लिए इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. शर्मा ने आशा व्यक्त की कि सर्वोच्च न्यायालय इस संबंध में एक सूचित निर्णय के साथ आएगा. वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने सुप्रीम कोर्ट से नेशनल हेराल्ड मामले में जल्द ही फैसला सुनाने का आग्रह किया, जिसमें गांधी परिवार से पूछताछ की जा रही है.
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