अपनी बच्ची अरिहा की जर्मनी से वापसी के लिए उसके माता-पिता धरने पर बैठे हैं. 19 महीने की भारत की बेटी अरिहा पिछले 12 महीने से जर्मन सरकार की फोस्टर केयर में कैद है. उसे वापस अपने देश लाने को लेकर तमाम कोशिशें की जा रही हैं. अरिहा के माता-पिता अपनी बच्ची की रिहाई के लिए दिल्ली में जर्मन एंबेसी के बाहर बैठे हैं.
इससे पहले 15 अक्टूबर को भी जंतर-मंतर पर आरिहा की मां धारा ने जर्मन सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया था. वो अपनी बच्ची अरिहा की रिहाई की मांग कर रहे हैं.
दरअसल माता-पिता पर उनके बच्चे का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए जर्मन अधिकारियों ने अरिहा को अपनी देखरेख में ले लिया था. उसके पिता वर्क वीजा पर यूरोपीय देश में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे.
दंपति ने कहा कि अरिहा की दादी के कारण पिछले साल सितंबर में दुर्घटना से उसे चोट पहुंची थी. जब वे बच्चे को अस्पताल ले गए, तो जर्मन अधिकारियों ने उन पर बच्चे के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया और उसे अपने साथ ले गए. उन्होंने कहा कि आपराधिक जांच फरवरी में बिना किसी आरोप के बंद कर दी गई थी, लेकिन उन्हें अभी भी अपनी बेटी वापस नहीं मिली है.