अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) G20 समिट (G20 Summit in India) के लिए भारत पहुंचे हैं. ये बाइडेन का पहला भारत दौरा है. वो 3 दिन दिल्ली में रहेंगे. भारत आने के बाद एयरपोर्ट पर उनका शानदार स्वागत किया गया. इसके बाद जो बाइडेन और पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की पीएम आवास पर G20 समिट से इतर द्विपक्षीय बैठक हुई. ये बैठक करीब 50 मिनट चली. व्हाइट हाउस (White House) ने इसे लेकर बयान जारी किया है. व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता के समर्थन की बात दोहराई है.
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच घनिष्ठ और स्थायी साझेदारी की पुष्टि करते हुए आज संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का भारत में स्वागत किया. नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की जून 2023 की ऐतिहासिक वॉशिंगटन यात्रा की अभूतपूर्व उपलब्धियों को लागू करने के लिए चल रही पर्याप्त प्रगति के लिए अपनी सराहना व्यक्त की.
क्वांटम डोमेन पर दोनों नेताओं ने की बात
बयान में आगे कहा गया, "अमेरिका ने क्वांटम डोमेन में द्विपक्षीय रूप से और क्वांटम एंटैंगमेंट एक्सचेंज के माध्यम से भारत के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, जो अंतरराष्ट्रीय क्वांटम विनिमय अवसरों को सुविधाजनक बनाने के लिए एक मंच है. अमेरिका ने भारत के एसएन बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज, कोलकाता की भागीदारी का स्वागत किया है, जो क्वांटम इकोनॉमिक डेवलपमेंट कंसोर्टियम का सदस्य है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे एक अंतरराष्ट्रीय भागीदार के रूप में शिकागो क्वांटम एक्सचेंज में शामिल हुआ है."
6जी एलायंस पर भी हुई चर्चा
व्हाइट हाउस ने आगे कहा, "सुरक्षित और विश्वसनीय टेलीकम्यूनिकेशन, लचीली सप्लाई चेन और ग्लोबल डिजिटल इंक्लूजन के नजरिए को साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एलायंस फॉर टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से ऑपरेट भारत 6जी एलायंस और नेक्स्ट जी एलायंस के बीच एक समझौता (एमओयू) पर साइन करने का स्वागत किया."
ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई सीरीज पर हुई बात
व्हाइट हाउस ने कहा, "नेताओं ने फ्लेक्सिबल ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई सीरीज के निर्माण के लिए अपना समर्थन दोहराया. इस संबंध में माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी, इंक.ने भारत में अपने अनुसंधान और विकास की उपस्थिति का विस्तार करने के लिए लगभग 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने और एडवांस्ड माइक्रो डिवाइस की घोषणा को ध्यान में रखा. भारत में अनुसंधान, विकास और इंजीनियरिंग संचालन का विस्तार करने के लिए अगले पांच वर्षों में भारत में 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेंगे. नेताओं ने अमेरिकी कंपनियों, माइक्रोन, एलएएम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स द्वारा जून 2023 में की गई घोषणाओं के चल रहे कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया."
चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 का जिक्र
बयान में आगे कहा गया, "राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चंद्रमा के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की ऐतिहासिक लैंडिंग और भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल 1 (Aditya L-1) की सफल लॉन्चिंग के लिए पीएम मोदी को बधाई दी है. साथ ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की तारीफ भी की.
पीएम मोदी ने कहा-हमारी मुलाकात सार्थक रही
बाइडेन से मुलाकात के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा- "प्रेसिडेंट बाइडेन को 7 लोक कल्याण मार्ग पर रिसीव करके खुश हूं. हमारी मुलाकात काफी सार्थक रही. हमने कई अहम मुद्दों पर बातचीत की. दोनों देशों के बीच आर्थिक मुद्दों पर सहयोग बढ़ेगा. इसके साथ ही दोनों देशों के लोगों के बीच भी संपर्क बढ़ेगा."
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