Chandra Grahan 2025: भारत में इस साल आखिरी चंद्रग्रहण खत्म हो गया है.
- भारत में इस साल का आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू हुआ था.
- यह चंद्रग्रहण रात 1 बजकर 26 मिनट पर ख्तम हुआ. भारत के कई शहरों में इस ग्रहण को देखा गया है.
- चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद मोक्ष काल का स्नान करना चाहिए. स्नान करने के बाद तर्पण और पूजन आदि करना चाहिए.
Chandra Grahan 2025 Live Update: इस साल का आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण समाप्त हो गया है. इसे भारत के कई शहरों में देखा गया. भारतीय समयानुसार, रात 9 बजकर 57 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरू हुआ था जो कि रात 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त हो गया. यह पूर्ण चंद्रग्रहण भारत के साथ-साथ पूरे एशिया, अफ्रीका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से भी देखा गया. देश के अलग-अलग हिस्सों से चंद्रग्रहण देखे जाने की तस्वीरें और वीडियो सामने आई है. न्यूज एजेंसी ANI ने तमिलनाडु के चेन्नई, असम के गुवाहाटी, बंगाल की राजधानी कोलकाता, राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित अन्य शहरों में चंद्रग्रहण का प्रभाव देखे जाने का वीडियो साझा किया है. 122 साल बाद यह चंद्रग्रहण पितृपक्ष में लग रहा है. ऐसे में इसकी खास महत्व है. अब 21 सितंबर को सूर्य ग्रहण लगने वाला है. हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
मंदिरों की सफाई शुरू
पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद मंदिरों की सफाई की जा रही है. श्री महाकालेश्वर मंदिर में चंद्रग्रहण खत्म होते ही सफाई शुरू कर दी गई और पानी से पानी को साफ किया गया.
ग्रहण के बाद इन चीजों का करें दान
हिंदू मान्यता के अनुसार चंद्रमा का संबंध सफेद रंग से है. ऐसे में चंद्र ग्रहण के बाद सफेद चीजों जैसे दूध, चावल, चीनी, सफेद मिठाई, वस्त्र आदि का दान करें. ऐसा करना शुभ माना गया है.
चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें
ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में गंगा जल का छिड़कें. इसके बाद पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें. फिर घर के पूजा घर की सफाई करें और मूर्तियों को भी गंगा जल से स्नान करें. पूजा के बाद दान जरूर करें. मंदिर या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को आप अनाज दान कर सकते हैं.
Chandra Grahan 2025 Live: भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान ने बेंगलुरु, लद्दाख और तमिलनाडु में स्थित अपने परिसरों में लगीं दूरबीनों को चंद्रमा की ओर मोड़ दिया तथा पूर्ण चंद्रग्रहण की प्रक्रिया को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधे प्रसारित किया.
Chandra Grahan 2025 Live Update: लद्दाख से लेकर तमिलनाडु तक लोगों की निगाहें रविवार को दुर्लभ पूर्ण चंद्र ग्रहण देखने के लिए आसमान की ओर टिकी रहीं. रात 9:57 बजे पृथ्वी की छाया ने चंद्रमा को ढकना शुरू कर दिया था. रात 11:01 बजे पृथ्वी की छाया ने चंद्रमा को पूरी तरह से ढक लिया, जिससे चंद्रमा का रंग तांबे जैसा लाल हो गया और पूर्ण चंद्रग्रहण का दुर्लभ नजारा देखने को मिला।
श्रीलंका में यूं ग्रहण के साए में आया चांद
Chandra Grahan 2025 Live Update: चंद्रग्रहण के दौरान बनारस में बिल्कुल लाल नजर आया चांद- देखें वीडियो
Chandra Grahan 2025 Live Update: नोएडा में आंशिक से पूर्ण चंद्रग्रहण का वीडियो आया सामने, इसे ब्लड मून कहा जाता है.
Chandra Grahan 2025 Live Update: दिल्ली में ब्लड मून शुरू हुआ, देखें वीडियो
नासिक में चंद्रग्रहण के दौरान पानी में बैठ कर मंत्रोच्चार
नासिक चंद्रग्रहण के दौरान रामकुंड पर संतों, महंतों और श्रद्धालुओं ने विशेष अनुष्ठान और मंत्रोच्चार किया. इस दौरान संत और श्रद्धालु पानी में बैठकर मंत्रोच्चार करते नजर आए.
Chandra Grahan 2025 Live Update: दिल्ली में कैसे दिखा चंद्रग्रहण
दिल्ली में चंद्रग्रहण कैसा दिखा, इसका वीडियो सामने आया है. जिसमें आप चंद्रग्रहण को देख सकते है.
हरिद्वार में चंद्रग्रहण के दौरान गंगा घाटों पर प्रार्थना और ध्यान
हरिद्वार में चंद्रग्रहण के दौरान गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रार्थना और ध्यान के लिए नदी के किनारे एकत्रित हुए. इसमें से कई घाट की सीढ़ियों पर बैठे नजर आए तो कुछ गंगा के पानी में ध्यान में मग्न दिखे.
Chandra Grahan 2025 Live Update: गुवाहटी में कैसे दिखा चंद्रग्रहण
Chandra Grahan 2025 Live Update: वाराणसी में ग्रहणस्नान के लिए जुटी लोगों की भीड़
चंद्रग्रहण के बाद स्नान की परंपरा है. गंगा के आस-पास में रहने वाले लोग ग्रहण के बाद गंगा में नहाने को ज्यादा पुण्यकारी मानते हैं. यहीं वजह है कि इस समय बनारस, हरिद्वार सहित देश के अन्य गंगाघाटों पर लोगों की भारी भीड़ जमा है. जो रात में चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद गंगा में स्नान करेंगे.
दिल्ली में चंद्रग्रहण देखने के लिए स्पेस फाउंडेशन द्वारा उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले कैमरे और दूरबीनें स्थापित की गईं. यूपी की राजधानी लखनऊ में चंद्रग्रहण की शुरुआत के साथ ही देखने के लिए लोग एकत्रित हुए.
ज्योतिष के अनुसार इस ग्रहण का रात 11 बजे से पूर्ण प्रभाव देखने को मिलेगा. यह चंद्र ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लग रहा है. सूतक और ग्रहण में बच्चों, वृद्धजनों और गर्भवती महिलाओं को कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती हैं.
सूतक काल से पहले मंदिरों में पूजा-पाठ के बाद कपाट हुए बंद
चंद्रग्रहण के कारण रविवार दोपहर सूतक से पहले उत्तराखंड में बदरीनाथ और केदारनाथ से लेकर देशभर में कई प्रमुख मंदिरों में पूजा-पाठ कर उनके कपाट बंद कर दिए गए. वाराणसी में गंगा घाट और हरिद्वार में हर की पौड़ी पर होने वाली संध्याकालीन गंगा आरती भी दोपहर को कर ली गई.
- चंद्रग्रहण का समयः यह रविवार की रात को 9 बजकर 57 मिनट पर आरंभ होने जा रहा है. यह ग्रहण करीब साढ़े तीन घंटे का रहने वाला है. ग्रहण के समाप्त होने के बाद स्नान करना जरूरी है.
- राशियों पर असर: कुंभ राशि में राहु के साथ चंद्रमा की जो युति बन रही है, उसमें यह ग्रहण काल बनेगा. करीब साढ़े तीन घंटे का यह ग्रहण रहने वाला है.
- क्यों खास है: यह विशेष समय पर आया है. श्राद्ध से पहले चंद्र ग्रहण और बाद में सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. इन दो ग्रहणों के बीच में 15 दिन का समय चल रहा है, यह बहुत सावधानी भरा है. इसमें कई ग्रहों के परिवर्तन का योग बन रहा है. आने वाले 40 दिनों में विश्व में कई प्रकार से उथल-पुथल होने की संभावना है.
- ग्रहणकाल भारतीय ज्योतिष गणना के अनुसार पर्व काल माना जाता है. इस दौरान भगवान के मंत्र जप, साधना और चिंतन के द्वारा पुण्य अर्जित कर सकते हैं.
- ग्रहण के प्रभाव को राशियों के दृष्टिकोण से बहुत विस्तृत रूप से समझा जा सकता है. 12 राशियों में से प्रत्येक पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है.
- ग्रहण काल के बाद सबसे पहले स्नान करना चाहिए. ग्रहण रात में करीब डेढ़ बजे समाप्त होगा.
- ग्रहण का दोष लगता है, क्योंकि स्नान न करने पर सूतक काल व्याप्त रहता है.
- ग्रहण के बाद क्या करें: भारतीय संस्कृति स्नानमय संस्कृति है. शनि को उतारना है तो ग्रहण के बाद स्नान करना जरूरी है.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए ( What To Do During Eclipse)
- आमतौर पर कहा जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान मेडिटेशन करना अच्छा होता है. ग्रहण के दौरान ध्यान लगाने के अलावा भजन किए जा सकते हैं, मंत्रों का जाप कर सकते हैं या शांति के लिए सेल्फ रिफ्लेक्शन पर ध्यान दे सकते हैं, यानी खुद से बातें करें, खुद को अच्छी बातें कहें.
- ग्रहण लगने से पहले और ग्रहण लगने के बाद नहाने के लिए कहा जाता है. कहते हैं इससे वातावरण में मौजूद अशुद्धियां अगर शरीर से चिपकी हों निकल जाती हैं.
- किसी पवित्र नदी का जल या गंगाजल घर पर और अपने आस-पास छिड़का जा सकता है. कहते हैं इससे नकारात्मक एनर्जी दूर होती है.
- सूतक काल के दौरान बहुत से लोग व्रत रखते हैं या फिर जरूरत से ज्यादा खाने से परहेज करते हैं. खासतौर से गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में कुछ खाने की सलाह दी जाती है.
- खाने में तुलसी के पत्ते डाले जा सकते हैं. माना जाता है कि ग्रहण में ऐसा करना अच्छा होता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए (What Not To Do During Eclipse)
- ग्रहण के दौरान धार्मिक दृष्टि से कुछ काम करने की मनाही होती है. इस दौरान शादी, कोई शुभ कार्य, घर में मेहमान बुलाना और किसी बड़े काम की शुरुआत करने से मना किया जाता है.
- जिस समयावधि में ग्रहण लगा हो उसमें कुछ भी पकाने से परहेज करना चाहिए. वैज्ञानिक तौर पर इसका कोई आधार नहीं है लेकिन धार्मिक दृष्टि से ग्रहण में खाना ना बनाने की सलाह दी जाती है.
- ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्ति या प्रतिमा को छूने से मना किया जाता है.
- किसी भी नुकीले औजार के इस्तेमाल से मना किया जाता है. चाकू या कैंची का इस दौरान उपयोग नहीं करना चाहिए.
- इन बातों का ध्यान रखें कि ये काम धार्मिक दृष्टि से ना करने के लिए कहे जाते हैं, इसके अलावा ग्रहण से किसी व्यक्ति को असल में किसी तरह का खतरा नहीं होता है.
यह भी पढ़ें- Chandra Grahan 2025: मिथ, विज्ञान या रहस्य... आखिर ये पूर्ण चंद्रग्रहण है क्या