GST में सिर्फ 2 स्लैब होंगे, सस्ता होगा सामान... PM के ऐलान के बीच वित्त मंत्रालय का बड़ा प्रस्ताव

लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, ''हमने राज्यों के साथ चर्चा की है और हम दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू करेंगे, जो नागरिकों के लिए दिवाली का तोहफा होगा".

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GST Tax Slab

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  • वित्त मंत्रालय ने वस्तु एवं सेवा कर के लिए दो स्लैब वाली नई संरचना स्टैंडर्ड और मेरिट का प्रस्ताव दिया है.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी में अगले सुधारों का एलान करते हुए दिवाली तक बदलाव लागू करने का आश्वासन दिया है.
  • सुधारों का उद्देश्य आम नागरिक को कर राहत देना और छोटे तथा मध्यम उद्यमों को आर्थिक लाभ पहुंचाना है.
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नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लालकिले की प्राचीर से जीएसटी दरों को लेकर नए तोहफे का ऐलान किया. वित्त मंत्रालय ने इसका ब्योरा देते हुए संकेत दिया है कि आने वाले समय में टैक्स की सिर्फ 2 दरें होंगी, जो अभी 5, 12-18 और 24 फीसदी की चार टैक्स स्लैब में बंटी हैं. सरकार ने टैक्स स्लैब में बदलाव कर इसे आसान बनाने और सामान-सेवाएं सस्ती होने से आम जनता की जिंदगी को और आसान बनाने का संकेत दिया है. केंद्र सरकार जीएसटी दरों को और सरल बनाने और टैक्स सुधारों से जुड़े प्रस्ताव को जीएसटी काउंसिल को भेज चुकी है. जीएसटी दरों में दिवाली तक और सरल बनाने का फायदा किसानों-महिलाओं, मध्यम वर्ग समेत सभी लोगों को मिलेगा. जीएसटी लागू होने के आठ सालों में सरकार का कर संग्रह करीब 2 लाख करोड़ रुपये मासिक के पहुंच चुका है. 

क्या बड़े बदलावों का प्रस्ताव

ढांचागत सुधार
1. इनपुट और आउटपुट कर दरों को एक समान करने के लिए इनवर्टेड शुल्क ढांचे में सुधार किया जाएगा ताकि इनपुट टैक्स क्रेडिट में कमी आए.
2. टैक्स ढांचे से जुड़े परिभाषाओं और नियमों को सरल बनाना ताकि कर विवादों को कम किया जाए
3. टैक्स स्लैब को लंबे समय तक ऐसा रखा जाए ताकि उद्योगों का भरोसा बढ़े और कारोबार में आसानी हो

कर दरों का सरलीकरण
1. अभी 5, 12, 18 और 24 प्रतिशत की चार टैक्स स्लैब हैं, इसकी जगह स्टैंडर्ड एंड मेरिट की दो स्लैब होंगी. स्पेशल रेट सिर्फ कुछ चुनिंदा आइटम के लिए होगा.
2. कंपेन्सेसन सेस (अधिभार) कम होने से वित्तीय घाटे की स्थिति बेहतर हुई है, जीएसटी ढांचे के तहत टैक्स रेट को तार्किक बनाने में मदद मिलेगी.

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत 5, 12, 18, 28 प्रतिशत के मौजूदा स्लैब में बदलाव का प्रस्ताव दिया गया है. जीएसटी परिषद की बैठक अगले महीने होने की संभावना है. वित्त मंत्रालय ने कहा कि उसने दो स्लैब वाली जीएसटी संरचना - स्टैंडर्ड और मेरिट का प्रस्ताव दिया है. साथ ही चुनिंदा वस्तुओं पर विशेष दरों का प्रस्ताव भी दिया गया. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐलान करते हुए कहा कि जीएसटी में सुधार किए जाएंगे. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि दिवाली तक वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में अगली पीढ़ी के सुधार किए जाएंगे. इससे आम आदमी को 'काफी' कर राहत मिलेगी और छोटे एवं मध्यम उद्यमों को लाभ होगा.

"दिवाली का तोहफा"

मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के आठ वर्ष पूरे होने के साथ ही जीएसटी में सुधार करने का समय आ गया है. जीएसटी एक जुलाई, 2017 को लागू हुआ था. लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में मोदी ने कहा, ''हमने राज्यों के साथ चर्चा की है और हम दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू करेंगे, जो नागरिकों के लिए दिवाली का तोहफा होगा. आम आदमी की जरूरत की वस्तुओं पर कर में काफी कमी की जाएगी. हमारे एमएसएमई को इसका बहुत फायदा होगा. दैनिक उपयोग की वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.''

राज्यों के वित्त मंत्रियों वाला एक मंत्रिसमूह (जीओएम) पहले ही जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने और स्लैब में कटौती पर चर्चा कर रहा है.

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