लद्दाख : भारत-चीन में तनाव के बीच आसमान में गरज रहे दोनों देशों के लड़ाकू विमान

पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अप्रैल 2020 से दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने हैं. लद्दाख सीमा विवाद (Ladakh border dispute) सुलझाने के लिए 11 बैठकें हो चुकी है, लेकिन अभी भी गलवान घाटी, पैंगोंग लेक, हॉट स्पिंग में तनाव बना हुआ है. लद्दाख के टकराव को लेकर बातचीत पिछले तीन महीनों से रुकी है.

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भारत-चीन में तनाव के बीच दोनों देशों के लड़ाकू विमान आसमान में गरज रहे हैं. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

भारत (India) और चीन (China) के बीच गतिरोध और तीखा हो रहा है? सीमा पर उड़ान भरते विमान इसकी तस्दीक कर रहे हैं. लद्दाख के टकराव को लेकर बातचीत पिछले तीन महीनों से रुकी है. हालांकि भारतीय सेना (Indian Army) के सूत्रों का कहना है कि ये सिर्फ अभ्यास है, जिसका एक छिपा मकसद यह एहसास कराना है कि भारत अपनी तैयारियों में कहीं पीछे नहीं है. लद्दाख के आसमान में रफाल और सुखोई-30 गरजते हुए सुनाई पड़ रहे हैं. चीन से लगी सीमा पर, रात-दिन वायुसेना के विमान उड़ान भर रहे हैं. चीन भी अपनी तरफ जे- 20 विमानों से उड़ानें भर रहा है.

जानकारों का कहना है कि जून के अंतिम हफ्ते में सेना के अभ्यास के बाद सीमा पर लड़ाकू विमानों की गतिविधियां बढ़ी हैं. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि लद्दाख जैसी जगहों में अभी यह उड़ान के लायक मौसम है. बाद में सर्दियों में वहां उड़ान भरना मुश्किल हो जाता है, लेकिन क्या मामला इतना सरल है? भारत-चीन के बीच टकराव के मुद्दे बढ़ते जा रहे हैं.

पूर्वी लद्दाख में अप्रैल 2020 से दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने हैं. इसके अलावा गुरुवार को दलाई लामा लद्दाख जा रहे हैं. उनका 14 और 15 जुलाई का दौरा है. प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई भी दी, जो सिलसिला बीच में टूटा हुआ था. इधर चीनी कंपनियों पर भारतीय एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर रखी है. बता दें कि लद्दाख सीमा विवाद सुलझाने के लिए 11 बैठकें हो चुकी है, लेकिन अभी भी गलवान घाटी, पैंगोंग लेक, हॉट स्पिंग में तनाव बना हुआ है.

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