दिल्ली में खालिस्तान, रेफरेंडम 20-20 और सिख फ़ॉर जस्टिस के पोस्टर लगाने व स्लोगन लिखने के मामले में सूत्रों ने बताया कि गुरु पतवंत सिंह पन्नू विदेशी चंदे के बल पर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा है. सिख फ़ॉर जस्टिस के निशाने पर देश के बड़े सिख नेता हैं. दिल्ली में खालिस्तान की बड़ी साजिश के मास्टरमाइंड बाप-बेटे अमेरिका के केलिफोर्निया में बैठे हैं.
सूत्रों के अनुसार मास्टरमाइंड गगनदीप सिंह और उसके पिता जसवीर सिंह की देश की सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से तलाश है. गगनदीप और जसवीरसिंह पन्नू के बेहद करीबी हैं. गगनदीप और जसवीर सिंह ने साल 2018 में अकाली नेता मनजीत सिंह जीके पर अमेरिका में दो बार जानलेवा हमला किया था. इसके बाद सिंतबर 2018 में अमेरिका की एजेंसी ने दोनों को गिरफ्तार किया था. बाद में दोनो को डिस्चार्ज कर दिया गया. उसके बाद से फिर दोनों बाप-बेटे भारत के खिलाफ साजिश में पन्नू के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि, जसवीर सिंह साल 2004 में भारत से अमेरिका चला गया था. वह 1984 के दंगों में आरोपी एक कांग्रेस नेता के खिलाफ गवाह था पर पैसे के लालच में आकर वह गवाही दिए बिना अमेरिका भाग गया था.
सूत्रों ने बताया कि, जसवीर और गगनदीप सीधे सिख फ़ॉर जस्टिस के गुरु पतवंत सिंह पन्नू से जुड़े हुए हैं. पन्नू और गगनदीप ने दिल्ली में 26 जनवरी के पहले देश विरोधी गतिविधियों के तहत साजिश को अंजाम दिया. उन्होंने दिल्ली में अपने दो स्लीपर सेल तैयार किए थे. उन्हें पैसे का लालच भी दिया गया था. दिल्ली के रहने वाले दोनों आरोपियों ने दिल्ली में करीब 12 जगहों पर देश विरोधी पोस्टर चस्पा किए थे.
दिल्ली पुलिस ने विक्रमजीत सिंह और बलराम के 18-19 जनवरी की रात पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों में पोस्टर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था. दोनों को पोस्टर लगाने के लिए दो-दो लाख रुपये देने के लिए कहा गया था लेकिन उनके अकाउंट में गगनदीप ने केवल दो-दो हजार रुपये डाले थे.