जिन कृषि कानूनों को लेकर पिछले एक साल आंदोलन चल रहा था, बहसें चल रही थीं और प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ओर केंद्रीय मंत्रियों के बीच कई राउंड में असफल वार्ताएं हुई थीं, उन तीन कानूनों को मोदी सरकार ने शुक्रवार को एक साल से ज्यादा वक्त के बाद वापस ले लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में इसकी घोषणा की. इस फैसले के आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए एक वीडियो ट्वीट किया और साथ में लिख, "जीत उनकी भी है जो लौट के घर न आए...हार उनकी ही है जो अन्नदाताओं की जान बचा ना पाए...#FarmLawsRepealed"
इससे पहले मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने किसानों को बधाई दी. उन्होंने अपना एक पुराना वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने दावे के साथ कहा था कि सरकार इन कानूनों को वापस ले लेगी.
राहुल ने एक ट्वीट कर कहा कि इन कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे किसानों ने अपने 'सत्याग्रह से अन्याय का सिर झुका दिया.' बता दें कि किसानों के आंदोलन को भी एक साल पूरे हो गए हैं. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!'
कांग्रेस सांसद ने इसके साथ अपना एक पुराना वीडियो भी शेयर किया. 14 जनवरी, 2021 को ट्विटर पर शेयर किए गए इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि 'किसान जो कर रहे हैं, उसपर मुझे बहुत गर्व है. हम उनके साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे. मैंने ये मुद्दा पंजाब में एक यात्रा के दौरान उठाया था और हम ये करते रहेंगे.'
राहुल वीडियो में आगे कहते हैं कि 'मेरे शब्दों पर गौर करिए, मुझसे सुनिए, सरकार को इन कानूनों को वापस लेने को मजबूर होना पड़ेगा. याद रखिएगा मैंने क्या कहा है.'
बता दें कि आज पीएम मोदी ने अपने संबोधन में इन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. पीएम ने कहा कि 'आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए पवित्र हृदय से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में कोई कमी रही होगी जिसके कारण दिए के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए. हमने इन तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है.' पीएम ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया पूरा कर देगी.