केंद्रीय गृह मंत्री अमित इन दिनों लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार में जुटे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने NDTV से की खास बातचीत में कहा कि भाजपा के कमिटमेंट में कोई बदलाव नहीं आया है. विपक्ष के पास कोई मुद्दे नहीं हैं, इसलिए बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बहुमत का दुरुपयोग करने की परंपरा किसी पार्टी की रही है, तो वो केवल कांग्रेस की रही है. इंदिरा गांधी ने बहुमत का दुरुपयोग इमरजेंसी लगाने में किया था, लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए किया था. बता दें कि अमित शाह ने आज गांधीनगर लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
सवाल- कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर संविधान बदलने का आरोप लगाती रही है, इसे लेकर क्या कहेंगे?
जवाब- अमित शाह ने साफ किया, "भाजपा कभी ऐसा नहीं करेगी और न करने देगी. विपक्षी दल संविधान बदलने के मुद्दे को आरक्षण से जोड़कर पेश कर रही है. लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे पास 2014 में भी संविधान बदलने के लिए पूर्ण बहुमत था और 2019 में तो भाजपा को पूर्ण बहुमत था. 10 साल से नरेंद्र मोदी जी पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ शासन कर रहे हैं. हमने कभी आरक्षण को छेड़ा नहीं है. हम न कभी आरक्षण के साथ छेड़छाड़ करेंगे... न किसी को करने देंगे. यह हमारा कमिटमेंट है, देश की जनता के साथ. मोदीजी ने पिछड़ा समाज, दलित समाज, आदिवासी समाज के कल्याण के प्रति सबसे ज्यादा काम किया है. हमने हमारे बहुमत का प्रयोग किया है, धारा-370 को हटाने के लिए, ट्रिपल तलाक को खत्म कर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए, सीएए लाकर विदेशों में प्रताडि़त हो रहे लोगों को न्याय दिलाने के लिए हमने इसका उपयोग किया है. हमाने बहुमत का उपयोग आरक्षण छीनने के लिए नहीं किया है."
सवाल- कांग्रेस कैसे बहुमत का दुरुपयोग करती रही है?
जवाब- अमित शाह ने बतया, "बहुमत का दुरुपयोग करने की परंपरा किसी पार्टी की रही है, तो वो केवल कांग्रेस की रही है. इंदिरा गांधी ने बहुमत का दुरुपयोग इमरजेंसी लगाने में किया था, लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए किया था. वहीं, हमने पूरे लोकतांत्रिक माध्यम से देश की महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने में अपने बहुमत का प्रयोग किया है. देश की जनता ये सब जानती है, विपक्ष के पास मुद्दे नहीं हैं. इसलिए इस तरह के आरोपों से भावनात्मक विरोध खड़ा करना चाहते हैं. लेकिन मैं नहीं मानता की देश की जनता इनके छलावे में आएगी."
सवाल- कांग्रेस नेता चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा पर ईवीएम से छेड़छाड़ और इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर भी हमलावर हैं, इसे लेकर क्या कहेंगे?
जवाब- अमित शाह ने कहा, "इनकी पार्टी ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड लिये हैं, तो क्या यह भी जबरन वसूली है? जहां-जहां राज्यों में उनकी सरकार थी, उन्हें भी इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से पैसे मिले हैं... राहुल गांधी पूरे देश को बताएं कि वे भी जबरन वसूली करते हैं! वहीं, सांसदों के अनुपात में हमसे ज्यादा उन्हें डोनेशन मिला है. अगर सांसदों के अनुपात में इस डोनेशन का आकलन करें, तो कांग्रेस को 9 हजार करोड़ मिला है, वहीं भाजपा को 6600 करोड़ रुपये मिले हैं. इसलिए बेबुनियाद के आरोप विपक्ष लगा रहा है, क्योंकि हमारे ऊपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है."
सवाल- देशभर में नरेंद्र मोदी को लेकर कैसा माहौल है?
जवाब- अमित शाह ने कहा कि पिछले 23 साल से नरेंद्र मोदी जी पर चवन्नी के करप्शन का कोई आरोप नहीं लगा है. इसलिए एक भ्रांति फैलाना चाहते हैं, जिससे जनता भ्रमित हो सके. लेकिन इसमें वे सफल नहीं होंगे. पीएम मोदी को देशभर की जनता प्यार करती है. हर आयु, वर्ग, जाति, समुदाय के लोग नरेंद्र मोदी को वोट करने के लिए आतुर हैं. मैंने यह कई राज्यों में देखा है. मैंने भी गांधीनगर से नामांकन दाखिल कर दिया है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि नरेंद्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएं. मोदी जी इस देश को सर्वोच्च स्थान पर ले जाने के लिए कटिबद्ध हैं... और यह होकर रहेगा.
सवाल- चुनावों से ठीक पहले नक्सलियों पर एक बहुत बड़ा ऑपरेशन हुआ, ऐसा दिसंबर में भी देखने को मिला था. क्या नक्सलवाद के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी?
जवाब- अमित शाह ने कहा, "देखिए, भाजपा के कमिटमेंट में कोई बदलाव नहीं आया है. फिर वो चाहे, नक्सलवाद के खिलाफ हो या आतंकवाद के खिलाफ. आतंकवाद और नक्सलवाद लोकतांत्रिक तरीके नहीं हैं और इन्हें समाप्त कर देना चाहिए. मैंने, प्रधानमंत्री जी ने सबने अपील की है कि जो हथियाद डालकर आते हैं, उनका स्वागत है. अगर हथियार लेकर आओगे, तो उसका जवाब तो सुरक्षाबल देंगे. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस पर भी जो रिएक्शन दिया है, उस पर रामचरितमानस में एक उपदेश है- ईश्वर जिसका खराब समय शुरू करता है, सबसे पहले उसकी मति हर लेता है. कांग्रेस ने इस एनकाउंटर को फेक बताकर, नक्सलियों को बचाने की कोशिश की है. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. कांग्रेस सरकार जबतक छत्तीसगढ़ में थी, तो नक्सलियों पर ऑपरेशन नहीं होते थे. 90 दिन में हमारी सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन किये... 87 नक्सली मारे गए हैं, 123 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 253 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. नक्सलियों के खिलाफ जो गति पकड़ी है, उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के ज्यादा से ज्यादा एक या दो सालों में नक्सलवाद पूरी तरह देश से खत्म हो जाएगा."
सवाल- अमित शाह गांधीनगर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, वह गांधीनगर के अस्पतालों में मरीजों के रिश्तेदारों और गर्भवती महिलाओं को लेकर कई योजनाएं चला रहे है, इनकी देखरेख वह कैसे करते हैं?
जवाब- गृह मंत्री ने बताया, "ये सारे काम हमारे परिवार के लोग करते हैं, लेकिन इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
सवाल- देशभर में लोकसभा चुनाव का पहला फेज शुरू हो गया है, इस बार भाजपा का दक्षिण भारत के राज्यों पर ज्यादा फोकस नजर आ रहा है, यहां से क्या उम्मीदें हैं...?
जवाब- अमित शाह ने कहा, "मुझे लगता है कि इस बार हम दक्षिण में सबसे अच्छा प्रदर्शन करेंगे. तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक इन सभी राज्यों में हमारा महबूत प्रदर्शन होगा. दक्षिण में पहली बार मोदजी की लोकप्रियता इस स्तर पर पहुंच चुकी है कि जो अब चुनावी परिणामों में बदलेगी. वोट शेयर तो हमारा 2014 में भी बढ़ा और 2019 में भी बढ़ा था, लेकिन हम उस स्तर पर नहीं पहुंचे थे, जिससे सीट बढ़ पाएं. इस बार मुझे पूरा विश्वास है कि सीटें भी बढ़ेंगी और ज्यादा संख्या में हमारे साथी भी वहां से चुन कर आएंगे."
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