तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन संबंधी अचार समिति की रिपोर्ट कल यानि मंगलवार को लोकसभा में पेश की जाएगी. महुआ मोइत्रा के मुद्दे पर आज लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष के सांसदों ने आज इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की. महुआ मोइत्रा को 'रिश्वत लेकर सवाल पूछने' के मामले में सदन से निष्कासित करने की अनुशंसा की गई है. लोकसभा सचिवालय द्वारा प्रसारित कार्य सूची के अनुसार, आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखेंगे.
महुआ मोइत्रा ने अनैतिक व्यवहार किया- एथिक्स कमेटी की मेंबर
महुआ मोइत्रा के मामले में एथिक्स कमेटी की मेंबर अपराजिता सारंगी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "देखिए, हमें स्पीकर साहब ने आदेश दिया है कि रिपोर्ट को आज ही टेबल किया जाए आज ही हम रिपोर्ट रखेंगे. हमने सारी बातें सुनीं, सबको बोलने का मौका दिया.. धैर्य के साथ सुना, जो अनैतिक व्यवहार है वह अनैतिक है. आप सबको पता है महुआ मोइत्रा ने अनैतिक व्यवहार किया है. वह इस बात से मुकर नहीं सकती हैं. इसको गलत नहीं ठहरा सकते हैं. एक महिला होने के नाते दुख है, लेकिन उनका कंडक्ट संसद के तौर पर ठीक नहीं रहा है, लेकिन हम संसद के तौर पर इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है. संसद सदस्य होने के नाते इस तरह के व्यवहार की अपेक्षा नहीं की जा सकती है. कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है.
मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश...
समिति ने गत 9 नवंबर को एक बैठक में मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट स्वीकारी थी. समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था, जिसमें कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी शामिल थीं, जिन्हें पहले ही पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. विपक्षी दलों से संबंधित समिति के चार सदस्यों ने असहमति नोट प्रस्तुत किए.
...तो मोइत्रा की सदस्यता खत्म
विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट को 'फिक्स्ड मैच' (पहले से नतीजा तय किया हुआ मैच ) करार दिया था और कहा था कि भाजपा के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे द्वारा की गई शिकायत के पक्ष में कुछ सबूत नहीं दिए गए थे. अगर सदन इस रिपोर्ट को अनुमोदित कर देता है तो मोइत्रा की सदस्यता खत्म हो जाएगी. संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 22 दिसंबर तक चलेगा.
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