AAP सांसद संजय सिंह के घर पहुंची ED की टीम, कथित शराब घोटाला मामले में ली तलाशी

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पर आज सुबह ईडी (ED at Sanjay Singh Residence) की टीम पहुंची. ईडी के अधिकारियों ने काफी देर तक उनसे पूछताछ भी की.

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AAP सांसद संजय सिंह

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह एकबार फिर ईडी के रडार पर हैं. सूत्रों के मुताबिक कथित दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में बुधवार सुबह ईडी की टीम (ED AT Sanjay Singh Residence) संजय सिंह के घर पहुंची. ईडी के कई अधिकारी उनके घर के बाहर दिखाई दिए, उनके साथ सुरक्षा बल भी वहां पर मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने काफी देर तक उनसे पूछताछ की और उनके घर की तलाशी भी ली. यह दूसरी बार है जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम संजय सिंह के घर पहुंची.

आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने एनडीटीवी से कहा कि ये एक वेनडेटा पॉलिटिक्स है. 15 महीने से छापे मार रहे हैं पहले भी कुछ नहीं मिला आगे भी नहीं मिलेगा. ED का केस बहुत कमजोर है. पिछली बार ED ने केस में नाम डाल दिया तो ED को माफ़ी मांगनी पड़ी. जब आप ईमानदार होते हैं तब आपको डर नहीं होता. 

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वहीं, बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने संजय सिंह के घर पर ईडी की रेड पर कहा कि अब AAP का मतलब 'और अधिक पाप' हो गया है. शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल और आप पार्टी ने जो कुकृत्य किया वह दिन-ब-दिन सामने आ रहा है.शराब घोटाला मामले पर रिपोर्ट कार्ड देने के बजाय वे विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं. इस पूरे घोटाले में दो लोगों ने अप्रूवर का काम किया है, उनमें से एक हैं दिनेश अरोड़ा. संजय सिंह का उनसे सीधा संबंध है और उन्होंने ही मनीष सिसौदिया को दिनेश अरोड़ा से मिलवाया था.

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गौरव भाटिया ने सीएम केजरीवाल को दी चुनौती

बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के घर ईडी के पहुंचने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सुबह से खबर चल रही थी कि शराब घोटाले के किंगपिंग का बायां हाथ जो कट्टर ईमानदारी का सर्टिफिकेट देते थे वो 6 महीने से जेल में हैं. उनका दूसरा हाथ माने जाने वाले संजय सिंह के यहां भी रेड पड़ी है. दुनिया जानती है कि शराब घोटाले का किंगपिंग केजरीवाल ही हैं. आरोपी दिनेश अरोड़ा ने भी कबूला है कि सीएम आवास पर बैटक हुई. वहां कमीशन खोरी की गई है. अरविंद केजरीवाल के इशारे पर ही संजय सिंह 32 करोड़ पार्टी में देने को कहता है. गौरव भाटिया ने आगे कहा कि मैं केजरीवाल जी को चनौती देता हूं कि अगर आप में हिम्मत है तो जवाब दीजिए कि दिनेश अरोड़ा जो कह रहे हैं कि 32 करोड़ रुपये दिए हैं. वो गलत है झूठ है. केजरीवाल जी आपने जिसको कट्टर ईमानदार बोला वो ही कट्टर बेईमान निकला. 

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संजय सिंह के घर ED का तलाशी अभियान

बता दें कि ईडी ने दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में एक चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें संजय सिंह का नाम लिखा हुआ था. पिछली बार जब ईडी की टीम संजय सिंह के घर पर पहुंची थी तो उसके बाद AAP सांसद ने ईडी के खिलाफ मानहानि का केस दायर कर दिया था. जिस पर सफाई देते हुए प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से कहा गया था कि चार्जशीट में  संजय सिंह का  नाम गलती से राहुल सिंह की जगह पर लिख गया था. जिसके बाद यह मामला यहीं खत्म हो गया था.अब एक बार फिर से संजय सिंह ईडी के रडार पर हैं.

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 मई में ईडी ने संजय सिंह के दो करीबियों अजीत त्यागी और सर्वेश मिश्रा के घर पर छापेमारी की थी. आज एक बार फिर से ईडी के अधिकारी संजय सिंह के घर पर पहुंचे.सूत्रों के मुताबिक कथित दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में ईडी के अधिकारियों ने संजय सिंह से पूछताछ की और घर की तलाशी भी ली. 

ईडी के एक्शन के बीच आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह की ईमानदारी की पुष्टि करते हुए एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "संजय सिंह - ईमानदारी का दूसरा नाम,"
 

वहीं संजय सिंह के पिता को ईडी द्वारा घर के भीतर लेकर जाने पर उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है. वह जांच में उका सहयोग करेंगे.  उन्होंने मीडिया से कहा कि वह उस समय का इंतजार करेंगे जब उनके बेटे संजय सिंह को मामले में क्लियरेंस मिलेगा.

क्या है नई शराब नीति घोटाला मामला?

बता दें कि दिल्ली नई शराब नीति घोटाला मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में हैं. उनको ईडी ने इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया था. शराब घोटाला दिल्ली सरकार की नई शराब नीति से जुड़ा हुआ है. इस शराब नीति को केजरीवाल सरकार ने 2021 में लागू किया था. इस नीति के तहत शराब के कारोबार को निजी हाथों में सौंपते हुए माफिया राज को खत्म करने की बात सरकार की तरफ से कही गई थी.

दावा किया गया था कि नई नीति से रेवेन्यू भी बढ़ेगा. लेकिन नई शराब नीति को लागू करने के बाद रेवेन्यू बढ़ने की बजाय उल्टा कम होने लगा, जिसके बाद दिल्ली सरकार पर सवाल उठने लगे. इसके बाद मुख्य सचिव नरेश कुमार ने नई नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. राज्यपाल ने उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर 22 जुलाई 2022 को मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. उसके बाद इस मामले में भ्रष्टाचार की जांच के लिए ईडी ने भी एक्शन में आ गई. 
 

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