कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद से ED के जांच दल ने छह घंटे से अधिक समय तक की पूछताछ

ईडी के समन के बारे में प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह कोई पहली बार नहीं है. मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना कर रही हूं. मेरा जीवन संघर्षमय रहा है लेकिन मैं एक चीज में विश्वास करती हूं कि आखिर में सच की जीत होगी.’’

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अंबा प्रसाद को मंगलवार को फिर एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है. (फाइल)
रांची  :

झारखंड (Jharkhand) में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद (Amba Prasad) से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कथित धनशोधन से जुड़े एक मामले में छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि प्रसाद (36) यहां ढाई बजे ईडी कार्यालय पहुंचीं और रात करीब नौ बजे वह कार्यालय से गई. ईडी कार्यालय के बाहर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ ज्यादातर प्रश्न उन इलेक्ट्रोनिक उपकरणों से संबंधित थे जो मुझसे जब्त किये गये थे. बरकागांव की विधायक प्रसाद ने कहा कि उन्हें मंगलवार को फिर एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रसाद (36) को पहले धनशोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए चार अप्रैल को ईडी के सामने पेश होने को कहा गया था. लेकिन प्रसाद स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पेश नहीं हुईं.

उनके पिता एवं पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने चार अप्रैल को संवाददाताओं से कहा था कि प्रसाद ने ईडी से स्वास्थ्य के आधार पर समय मांगा है.

साव कथित रंगदारी एवं जमीन हड़पने के मामलों की जांच के सिलसिले में तीन और चार अप्रैल को ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे.

ईडी कार्यालय जाने से पहले प्रसाद ने आगामी सरहुल के मौके पर अपना नागपुरी वीडियो गाना ‘जिया हरसाये' जारी किया. सरहुल आदिवासियों के सबसे बड़े त्योहारों में एक है. सरहुल 11 अप्रैल को पूरे झारखंड में मनाया जाएगा. विधायक ने गाना गया और संगीत वीडियो में अभिनय किया.

बचपन से चुनौतियों का सामना कर रही हूं : प्रसाद 

ईडी के समन के बारे में प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह कोई पहली बार नहीं है. मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना कर रही हूं. मेरा जीवन संघर्षमय रहा है लेकिन मैं एक चीज में विश्वास करती हूं कि आखिर में सच की जीत होगी.''

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मार्च में प्रसाद के परिसरों पर मारा गया था छापा 

प्रवर्तन निदेशालय ने कथित रंगदारी, लेवी वसूली, अवैध बालू खनन और जमीन हड़पने के मामले की अपनी जांच के सिलसिले में मार्च में प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव एवं अन्य के परिसरों पर छापा मारा था.

नकदी और डिजिटल उपकरण किए थे जब्‍त 

ईडी ने कहा था, ‘‘ बिना किसी लेखा जोखा के 35 लाख रुपये की नकदी, डिजिटल उपकरण, सर्किल कार्यालय, बैंक आदि के फर्जी स्टैंप, तथा हस्तलिखित रसीद/ डायरी के रूप में अभियोजन योग्य दस्तावेज जब्त किये गये थे.''

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उसने कहा था कि छापे के दौरान झारखंड में अवैध खनन के रिकार्ड भी जब्त किये गये थे.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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