कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद से ED के जांच दल ने छह घंटे से अधिक समय तक की पूछताछ

ईडी के समन के बारे में प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह कोई पहली बार नहीं है. मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना कर रही हूं. मेरा जीवन संघर्षमय रहा है लेकिन मैं एक चीज में विश्वास करती हूं कि आखिर में सच की जीत होगी.’’

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
अंबा प्रसाद को मंगलवार को फिर एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है. (फाइल)
रांची  :

झारखंड (Jharkhand) में कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद (Amba Prasad) से सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कथित धनशोधन से जुड़े एक मामले में छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि प्रसाद (36) यहां ढाई बजे ईडी कार्यालय पहुंचीं और रात करीब नौ बजे वह कार्यालय से गई. ईडी कार्यालय के बाहर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ ज्यादातर प्रश्न उन इलेक्ट्रोनिक उपकरणों से संबंधित थे जो मुझसे जब्त किये गये थे. बरकागांव की विधायक प्रसाद ने कहा कि उन्हें मंगलवार को फिर एजेंसी के सामने पेश होने को कहा गया है.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रसाद (36) को पहले धनशोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए चार अप्रैल को ईडी के सामने पेश होने को कहा गया था. लेकिन प्रसाद स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पेश नहीं हुईं.

उनके पिता एवं पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने चार अप्रैल को संवाददाताओं से कहा था कि प्रसाद ने ईडी से स्वास्थ्य के आधार पर समय मांगा है.

साव कथित रंगदारी एवं जमीन हड़पने के मामलों की जांच के सिलसिले में तीन और चार अप्रैल को ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे.

ईडी कार्यालय जाने से पहले प्रसाद ने आगामी सरहुल के मौके पर अपना नागपुरी वीडियो गाना ‘जिया हरसाये' जारी किया. सरहुल आदिवासियों के सबसे बड़े त्योहारों में एक है. सरहुल 11 अप्रैल को पूरे झारखंड में मनाया जाएगा. विधायक ने गाना गया और संगीत वीडियो में अभिनय किया.

बचपन से चुनौतियों का सामना कर रही हूं : प्रसाद 

ईडी के समन के बारे में प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह कोई पहली बार नहीं है. मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना कर रही हूं. मेरा जीवन संघर्षमय रहा है लेकिन मैं एक चीज में विश्वास करती हूं कि आखिर में सच की जीत होगी.''

Advertisement

मार्च में प्रसाद के परिसरों पर मारा गया था छापा 

प्रवर्तन निदेशालय ने कथित रंगदारी, लेवी वसूली, अवैध बालू खनन और जमीन हड़पने के मामले की अपनी जांच के सिलसिले में मार्च में प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव एवं अन्य के परिसरों पर छापा मारा था.

नकदी और डिजिटल उपकरण किए थे जब्‍त 

ईडी ने कहा था, ‘‘ बिना किसी लेखा जोखा के 35 लाख रुपये की नकदी, डिजिटल उपकरण, सर्किल कार्यालय, बैंक आदि के फर्जी स्टैंप, तथा हस्तलिखित रसीद/ डायरी के रूप में अभियोजन योग्य दस्तावेज जब्त किये गये थे.''

Advertisement

उसने कहा था कि छापे के दौरान झारखंड में अवैध खनन के रिकार्ड भी जब्त किये गये थे.

ये भी पढ़ें :

* 'चूहे खा गए 19 किलो गांजा और भांग', झारखंड पुलिस का कोर्ट में अजीबोगरीब दावा
* स्वास्थ्य ठीक रहा तो लालू यादव रांची में 'इंडिया' गठबंधन की महारैली में ले सकते हैं हिस्सा: राजद नेता
* जेल में बंद हेमंत सोरेन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सबूत के तौर पर फ्रिज, स्मार्ट टीवी का बिल

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Top 10 Headlines: Rajya Sabha के Offer पर क्या Chhagan Bhujbal लेंगे बड़ा फैसला? | NCP | Ajit Pawar
Topics mentioned in this article