ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, निवेश की आड़ में लोगों को धोखा देने का है आरोप

ईडी की जांच में यह पाया गया कि प्रसनजीत और शैलेश ने टीपी ग्लोबल एफएक्स के प्लेटफॉर्म और वेबसाइट का उपयोग करके विदेशी मुद्रा व्यापार में निवेश करने की आड़ में लोगों को धोखा दिया.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्‍ली:

प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate) ने TPG Global FX में अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित जांच में प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्‍ट (PMLA) 2002 के तहत शैलेश कुमार पांडे और प्रसनजीत दास को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने कोलकाता पुलिस द्वारा टीएम और केके ट्रेडर्स के खिलाफ आईपीसी की विभिन्‍न धाराओं के तहत दर्ज की गई एफआईआर पर जांच शुरू की है. ईडी की जांच में यह पाया गया कि प्रसनजीत और शैलेश ने टीपी ग्लोबल एफएक्स के प्लेटफॉर्म और वेबसाइट का उपयोग करके विदेशी मुद्रा व्यापार में निवेश करने की आड़ में लोगों को धोखा दिया. इसके साथ ही इन डमी फर्मों के खातों में पर्याप्त राशि एकत्र करने के बाद इस तरह के फंड को कंपनियों (जिसमें आरोपी व्यक्ति निदेशक/मालिक थे) को स्थानांतरित कर दिया गया. बाद में इस फंड का उपयोग चल/अचल संपत्तियों की खरीद में किया गया. 

चूंकि शैलेश और प्रसनजीत दास इस मामले में कोलकाता पुलिस की न्यायिक हिरासत में थे. ऐसे में ईडी ने दोनों के प्रोडक्‍शन वारंट के लिए कोलकाता केविशेष न्यायालय PMLA में आवेदन दाखिल किया था. प्रोडक्‍शन वारंट की मांग और आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की याचिका खारिज होने की आशंका के चलते ईडी की ओर से कोलकाता हाईकोर्ट में पुनरीक्षण आवेदन भी दाखिल किया गया, जिस पर कोर्ट ने आरोपियों को 23 फरवरी तक ईडी की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया. मामले में आगे की जांच जारी है.

ये भी पढ़ें- 

Featured Video Of The Day
Waqf Board Amendment Bill Update: सरकार किसी भी धार्मिक काम में...Kiren Rijiju ने क्या-क्या बताया?
Topics mentioned in this article