टीएमसी नेता शाहजहां शेख की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. दरअसल, राशन घोटाले के मामले में जांच के लिए छापेमारी करने पहुंची प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर हुए हमले के मामले को सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है. ईडी के अधिकारी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ पश्चिम बंगाल के संदेशखली स्थित शाहजहां शेख के घर पर पहुंच गए हैं. कुछ दिन पहले ही शाहजहां शेख के घर पर ED के अधिकारियों पर हमला हुआ था. इस हमले में ईडी टीम के अधिकारी घायल हो गए थे.
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जानकारी के मुताबिक, टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. हमले के दौरान शाहजहां शेख अपने घर में ही थे और ईडी अधिकारियों पर हुए हमले के बाद से वो फ़रार हैं. आशंका जतायी जा रही है कि वो बांग्लादेश भागने की कोशिश में थे. विदेश भाग जाने की आशंका के कारण उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है.
ED की टीम पर कब हुआ था हमला?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां के समर्थकों ने हमला कर दिया था और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की थी. अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में शाहजहां के उत्तर 24 परगना जिला स्थित आवास पर छापा मारने पहुंचे थे. जानकारी के अनुसार जब ईडी अधिकारी सुबह संदेशखली इलाके में शेख के आवास पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और उनके साथ आए केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया. इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया और फिर उन पर हमला कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने टीम को वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया.
अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 120 से अधिक कर्मियों के साथ पहुंचे ईडी अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस और गवाहों के रूप में दो स्थानीय लोगों की उपस्थिति में संदेशखाली इलाके में शेख के आवास के दरवाजे तोड़े. ईडी अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हम आज शेख के आवास की तलाशी ले रहे हैं. हम वहां के निवासियों से बात करने की भी कोशिश करेंगे.''उन्होंने बताया कि घर में प्रवेश करने के बाद ईडी अधिकारियों ने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और तलाशी शुरू कर दी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने शेख के आवास में कमरों, रसोई और दराजों की तलाशी ली. अलमारियों को तोड़ कर खोला गया और तलाशी ली गई.
अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक हमारे अधिकारियों को घर के अंदर कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं मिला. ऐसा लगता है कि दस्तावेज इस घर से कहीं और पहुंचा दिए गए हैं. हमारा तलाशी अभियान अब भी जारी है. हमारे अधिकारी इमारत की दूसरी मंजिल पर चीजों की तलाश कर रहे हैं.'' समझा जाता है कि जांच अभियान के तहत अपनी अगली कार्रवाई को लेकर वे अपने वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में थे.
इस बीच, केंद्रीय बलों के साथ-साथ बशीरहाट जिला पुलिस और स्थानीय नजात थाने के पुलिसकर्मी परिसर के बाहर और इमारत के मुख्य द्वार की ओर जाने वाले रास्ते पर पहरा देते हुए पाए गए. इससे पहले ईडी अधिकारियों को स्थानीय पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस नेता के आवास में प्रवेश करने से रोक दिया था, जिसके बाद पुलिस को वहां ‘‘तलाशी अभियान चलाने का आदेश'' दिखाया गया.
बशीरहाट जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमें अपने अधिकार क्षेत्र के भीतर किसी भी स्थान पर तलाशी अभियान चलाने के लिए आदेश देखना आवश्यक है. यही नियम है. उन्होंने (ईडी अधिकारियों ने) आदेश दिखाया और उसके बाद हमने उन्हें गेट तोड़ने और अंदर तलाशी शुरू करने की अनुमति दी. हम उनके साथ सहयोग करेंगे और देखेंगे कि उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े.''
पांच जनवरी को तृणमूल कांग्रेस नेता के आवास में प्रवेश करने की कोशिश के दौरान ईडी अधिकारियों के एक दल पर भीड़ ने हमला कर दिया था. हमले में तीन अधिकारी घायल हो गये थे. जिला पुलिस और शेख के परिवार के सदस्यों ने ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी. शेख अब तक फरार है.
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भाषा इनपुट के साथ