कांग्रेस-नीत UPA सरकार के दौरान CBI मुझ पर (PM) नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए दबाव डाल रही थी : अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि CBI कांग्रेस सरकार के दौरान कथित फर्ज़ी मुठभेड़ मामले में मोदी जी (जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे) को फंसाने के लिए मुझ पर दबाव बना रही थी. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कभी हंगामा नहीं किया.

कांग्रेस-नीत UPA सरकार के दौरान CBI मुझ पर (PM) नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए दबाव डाल रही थी : अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, राहुल गांधी को PM पर दोष मढ़ने की बजाय ऊपरी अदालत में जाना चाहिए...

नई दिल्ली:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुजरात में एक कथित फर्ज़ी मुठभेड़ मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री) को फंसाने के लिए उन पर 'दबाव' डाला था.

बुधवार को 'न्यूज़ 18 राइज़िंग इंडिया' कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने विपक्ष के इस आरोप पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही कि नरेंद्र मोदी सरकार विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का 'दुरुपयोग‍' कर रही है.

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उन्होंने कहा कि CBI कांग्रेस सरकार के दौरान कथित फर्ज़ी मुठभेड़ मामले में मोदी जी (जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे) को फंसाने के लिए मुझ पर दबाव बना रही थी. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कभी हंगामा नहीं किया.

सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने पर गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें अदालत ने दोषी ठहराया है और जिन्होंने लोकसभा की सदस्यता खो दी है.

उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय में जाने के बजाय राहुल हो-हल्ला करने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी किस्मत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोष दे रहे हैं.

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अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पर दोष मढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ लड़ने के लिए ऊपरी अदालत में जाना चाहिए. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, "राहुल गांधी ने अपनी सज़ा पर रोक लगाने की अपील नहीं की है... यह किस तरह का अहंकार है... आप एहसान चाहते हैं... आप एक सांसद के रूप में बने रहना चाहते हैं और अदालत के समक्ष भी नहीं जाएंगे..."