विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब राज्य, जिले और गांव विकसित होंगे: PM मोदी

PM मोदी ने कहा, ''विकसित भारत के लिए भौतिक, डिजिटल और सामाजिक अवसंरचना भी भविष्य की जरूरतों के हिसाब से होनी चाहिए. यही वजह है हमारी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में अवसंरचना पर होने वाले खर्च को बढ़ाकर इस साल 10 लाख करोड़ रुपये कर दिया है.''

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PM मोदी ने कहा कि बीते नौ वर्षों में केंद्र सरकार का विशेष जोर ‘कनेक्टिविटी’ पर रहा है.
जगदलपुर:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब सभी राज्य, जिले और गांव विकसित होंगे. बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इन परियोजनाओं में नगरनार स्थित ‘एनएमडीसी स्टील लिमिटेड' का इस्पात संयंत्र भी शामिल है. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. 

उन्होंने कहा, 'आज छत्तीसगढ़ को लगभग 27 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं मिल रही हैं और इन नई परियोजनाओं से राज्य के लोगों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर खुलेंगे, क्षेत्र की प्रगति में तेजी आएगी और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए माहौल तैयार होगा.'

प्रधानमंत्री ने कहा, ''विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब देश का हर राज्य, जिला और गांव विकसित होगा.''

उन्होंने कहा, ''विकसित भारत के लिए भौतिक, डिजिटल और सामाजिक अवसंरचना भी भविष्य की जरूरतों के हिसाब से होनी चाहिए. यही वजह है हमारी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में अवसंरचना पर होने वाले खर्च को बढ़ाकर इस साल 10 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. ये पहले के मुकाबले छह गुना ज्यादा है.''

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विभिन्न विकास और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में इस्पात की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा, ''आज देश में रेल, सड़क, हवाई अड्डा, ऊर्जा परियोजनाएं, गाड़ियां, गरीबों के घर, स्कूल-कॉलेज-अस्पताल बन रहे हैं, इन सब में इस्पात का बहुत महत्व है. इस्पात के निर्माण में भारत आत्मनिर्भर हो, इसके लिए बीते नौ वर्षों में अनेक कदम उठाए गए हैं. एक बड़ा इस्पात उत्पादक राज्य होने के कारण छत्तीसगढ़ को इसका बहुत लाभ मिल रहा है.''

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प्रधानमंत्री ने कहा, ''छत्तीसगढ़ की इसी भूमिका को विस्तार देते हुए आज नगरनार में भारत के सबसे आधुनिक इस्पात संयंत्र में से एक का लोकार्पण हुआ है. यहां बनने वाला इस्पात, भारत के ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग और तेजी से बढ़ते रक्षा निर्माण क्षेत्र के बहुत काम आने वाला है, नई ऊर्जा देने वाला है. यानि बस्तर में जो इस्पात बनेगा, उससे हमारी सेना भी सशक्त होगी और रक्षा निर्यात में भारत का डंका भी बजेगा.''

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उन्होंने कहा कि इस इस्पात संयंत्र के कारण बस्तर सहित आसपास के इलाकों के करीब-करीब 50 हजार नौजवानों को रोजगार मिलेगा. यह भी बताया कि केंद्र सरकार बस्तर जैसे हमारे आकांक्षी जिलों के विकास को प्राथमिकता दे रही है और इस मिशन को भी यह संयंत्र नई गति देगा.

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उन्होंने कहा कि बीते नौ वर्षों में केंद्र सरकार का विशेष जोर ‘कनेक्टिविटी' पर रहा है और छत्तीसगढ़ को भी ‘इकनोमिक कॉरिडोर्स' और आधुनिक हाईवे मिले हैं.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले की तुलना में छत्तीसगढ़ का रेल बजट करीब –करीब 20 गुणा बढ़ाया गया है. आज राज्य में रेलवे की कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों में भी अब तक छत्तीसगढ़ के ताड़ोकी को रेलवे के नक्शे में जगह नहीं मिली थी, लेकिन आज ताड़ोकी को नई रेल लाइन की सौगात मिल रही है. 

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम छत्तीसगढ़ में विकास कार्यों में तेजी लाना जारी रखेंगे, जो भारत के भाग्य को बदलने में बड़ी भूमिका निभाएगा.''

उन्होंने कहा, ''मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में शत प्रतिशत रेल मार्ग का बिजलीकरण का काम पूरा कर लिया गया है. इससे रेल की गति भी बढ़ेगी और छत्तीसगढ़ की हवा को साफ-सुधरा रखने में भी मदद मिलेगी. छत्तीसगढ़ में रेल नेटवर्क के पूरी तरह बिजलीकरण के बाद राज्य में वंदे भारत एक्सप्रेस का भी संचालन किया जा रहा है.''

उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत सरकार छत्तीसगढ़ के रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प करने जा रही है और राज्य के 30 से ज्यादा स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चिह्नित किया गया है. उन्होंने कहा कि इनमें से सात स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया जा चुका है. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशन के साथ ही आज जगदलपुर स्टेशन का नाम भी इसी सूची में जुड़ गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जगदलपुर स्टेशन शहर का प्रमुख केंद्र बनेगा और यहां पर यात्री सुविधाओं को उन्नत बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीते नौ वर्षों में राज्य के 120 से ज्यादा स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. 

उन्होंने कहा, ''छत्तीसगढ़ की जनता, हर बहन, बेटी और युवा के जीवन को सुगम बनाने के लिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उनसे छत्तीसगढ़ में प्रगति की गति तेज होगी, रोजगार के नये अवसर बढ़ेंगे और नए उद्यमों को प्रोत्साहन मिलेगा. मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आगे भी हम इसी गति से निरंतर छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाते रहेंगे. भारत का भाग्य बदलने में छत्तीसगढ़ भी अपनी बहुत बड़ी भूमिका अदा करेगा.''

प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन की उपस्थिति की सराहना की और कहा कि वह राज्य के विकास के लिए चिंतित हैं. 

कार्यक्रम से पहले जगदलपुर पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने शहर के मां दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. 

अधिकारियों ने बताया कि नगरनार स्थित एनएमडीसी स्टील लिमिटेड का इस्पात संयंत्र 23,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है. यह ग्रीनफील्ड परियोजना का संयंत्र है, जहां उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात निर्मित होगा. 

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अंतागढ़ व ताड़ोकी के बीच नई रेल लाइन और जगदलपुर तथा दंतेवाड़ा के बीच डबल रेल लाइन परियोजना का भी लोकार्पण किया. 

उन्होंने बोरीडांड-सूरजपुर रेल लाइन को दो-तरफा बनाने की परियोजना तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जगदलपुर स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री ने ताड़ोकी-रायपुर डेमू रेल सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया. 

इस दौरान प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग-43 पर ‘कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा खंड' तक सड़क उन्नयन परियोजना का भी लोकार्पण किया. 

पिछले ढाई महीने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की कांग्रेस शासित इस राज्य में यह चौथी यात्रा थी. राज्य में इस वर्ष के अंत तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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