- पश्चिम बंगाल के पूर्व भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पीएम मोदी की दुर्गापुर रैली में शामिल नहीं होंगे.
- दिलीप घोष ने कहा कि वे दिल्ली जा रहे हैं और पार्टी के काम से जा रहे हैं. पार्टी ने उन्हें रैली के लिए नहीं बुलाया है.
- दिलीप घोष ने माना कि यदि वे रैली में जाते तो कुछ लोगों को असहजता हो सकती थी.
पश्चिम बंगाल के पूर्व BJP अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि वह दुर्गापुर में शुक्रवार को होने वाली पीएम मोदी की रैली में शामिल नहीं होंगे, क्योंकि उन्हें पार्टी की ओर से आमंत्रण नहीं मिला है. दिलचस्प ये है कि दिलीप घोष दुर्गापुर से ही लोकसभा का चुनाव लड़ा था और पार्टी के उम्मीदवार थे. लेकिन वे चुनाव हार गए थे.
दिलीप घोष ने कहा कि मैं दिल्ली जा रहा हूं, बस इतना ही. मुझे कुछ कार्यकर्ताओं ने बुलाया था. इसलिए मैंने हां कहा था. लेकिन पार्टी की तरफ से कोई बुलावा नहीं आया. शायद पार्टी नहीं चाहती कि मैं वहां जाऊं. अगर मैं जाता, तो शायद किसी को असहजता होती. इसलिए मैं दुर्गापुर नहीं जा रहा.
दिल्ली रवाना हुए दिलीप घोष
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष आज कोलकाता एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हुए. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे दिल्ली किसी निजी काम से नहीं, बल्कि पार्टी के काम से जा रहे हैं.
दिलीप घोष के इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. क्या पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक नहीं? क्या वरिष्ठ नेताओं को किनारे किया जा रहा है? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिल सकते हैं.
दुर्गापुर में PM मोदी की रैली
पीएम मोदी शुक्रवार दोपहर पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान दुर्गापुर में भाजपा की एक रैली को संबोधित करेंगे और बुनियादी ढांचे से जुड़ी 5,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे. मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों के कथित उत्पीड़न के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है.