पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0 में होगा फेस ऑथेंटिकेशन फैसिलिटी का इस्तेमाल

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और UIDAI इस अभियान के दौरान तकनीकी सहायता प्रदान देंगे. चेहरा पहचान प्रणाली को वृद्ध पेंशनभोगियों के लिए और अधिक सहज और सुविधाजनक बनाया गया है

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पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने 1 से 30 नवंबर, 2025 तक देश भर में अब तक के सबसे बड़े राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (Digital Life Certificate) अभियान 4.0 के तहत 2000 जिलों/उप-मंडलों/शहरों में शिविरों का आयोजन करने का फैसला किया है.

एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में 19 बैंक, 1600 जिला/उप-मंडल डाकघर, 57 कल्याण संघ, टीमें, सीजीडीए, ईपीएफओ, रेल मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, मिनिस्ट्री ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी और UIDAI पेंशनभोगी कल्याण विभाग का सहयोग करेंगे.

कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के मुताबिक,

"पेंशनभोगियों (Pensioners) को पेंशन जारी रखने के लिए हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होता है. परंपरागत रूप से, जीवन प्रमाण पत्र भौतिक रूप में जमा किए जाते थे, जो पेंशनभोगियों के लिए असुविधाजनक था. नवंबर 2014 में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करने हेतु आधार-आधारित जीवन प्रमाण योजना शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और पेंशनभोगियों को अपनी सुविधानुसार जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा प्रदान करना तथा उनके जीवन को और अधिक सुगम बनाना है".

देशभर में पेंशनभोगियों (Pensioners) को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के लाभों और उन्हें बनाने की तकनीकों के बारे में जागरूक करने के लिए केंद्र सरकार अब तक तीन राष्ट्रव्यापी अभियान 2022 से आयोजित कर चुकी है.

पेंशनभोगी कल्याण विभाग (Department of Pension & Pensioners' Welfare) के मुताबिक, इस डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान की निगरानी के लिए 2000 जिलों/उप-मंडलों, 2500 शिविर स्थानों और 1230 नोडल अधिकारियों की मैपिंग के साथ डीएलसी पोर्टल बनाया गया है.

  • इस चौथे अभियान का उद्देश्य देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले सभी पेंशनभोगियों तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा पहुंचाना है.
  • इसके तहत 19 पेंशन वितरण बैंकों की ओर से 250 शहरों में 1250 से अधिक स्थानों पर शिविर का आयोजन किया जाएगा.
  • इस अभियान के दौरान वृद्ध/दिव्यांग/बीमार पेंशनभोगियों के घरों/अस्पतालों का दौरा किया जाएगा, जिससे उन्हें डिजिटल रूप से जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में आसानी होगी.

यह अभियान मुख्य रूप से चेहरा पहचान प्रणाली (Face Authentication Technology) को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और UIDAI इस अभियान के दौरान तकनीकी सहायता प्रदान देंगे. चेहरा पहचान प्रणाली को वृद्ध पेंशनभोगियों के लिए और अधिक सहज और सुविधाजनक बनाया गया है और इसका उपयोग Android के साथ-साथ iOS पर भी किया जा सकता है .

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