अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं का प्रदर्शन अब देशभर में तेज हो चुका है. सरकार की इस योजना के विरोध में धरना प्रदर्शन के कारण बिहार से आने जाने वाली कई ट्रेनों का परिचालन ठप रहा और बहुत सी ट्रेनें लेट रही. जिसकी वजह से यात्रियों को खासी दिक्कत हुई. खास तौर से मरीज और दूसरे जरूरी कामों के लिए जा रहे लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा. हावड़ा से चलकर प्रयागराज पहुंचने वाली विभूति एक्सप्रेस तकरीबन 7 घंटे लेट से प्रयागराज पहुंची उसके यात्री भी बेहद परेशान हुए.
विभूति एक्सप्रेस प्रयागराज के रामबाग स्टेशन पर रात के 10:30 बजे पहुंच रही. विभूति एक्सप्रेस का इस स्टेशन पर पहुंचने का समय 3:00 बजे का है. लेकिन यह ट्रेन तकरीबन 7 घंटे की देरी से यहां पहुंची. जिसकी वजह से इस में सफर कर रहे यात्रियों को खासी मशक्कत उठानी पड़ी. सुमित कुमार सिंह इसी ट्रेन में यात्रा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमारी ट्रेन 10 घंटे लेट आ रही है हम बिहार के हैं वहां अधिकतर ट्रेनें जलाई गई हैं तो बहुत परेशानी हुई है. लोगों को खाने-पीने तक की चीजें मुहैया होने में दिक्कत हो रही थी. वहीं आसमान से बरस रही आग ने लोगों की मुसीबतें और बढ़ा दी.
विभूति एक्सप्रेस की एक और पैसेंजर विमला देवी ने कहा कि बहुत परेशानी से जूझना पड़ रहा है. 5:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक खाना नहीं है पानी नहीं. गाड़ी से चढ़ना उतरना नहीं हो रहा था. दरअसल विभूति एक्सप्रेस हावड़ा से चलकर प्रयागराज आती है यह ट्रेन सुबह पटना पहुंचती है. जो कि पटना से अपने नियत समय पर खुली लेकिन बाद में जब छात्रों का हंगामा होने लगा तो आरा के पास इस ट्रेन को रोक दिया गया. जहां तकरीबन 10 घंटे तक खड़ी रही क्योंकि प्रदर्शन आगे और पीछे दोनों तरफ हो रहा था.
विभूति एक्सप्रेस के पैसेंजर सौरभ कुमार पैसेंजर ने कहा कि आरा में जो प्रोटेस्ट चल रहा था उसकी वजह से करीब 7 8 घंटे खड़ी थी. उसके बाद 3:00 बजे चली है फिर नॉनस्टॉप चली है कुछ परेशानी हुई है ऐसी चल नहीं रहा था. शुक्रवार को हुए इस प्रदर्शन में पूर्व मध्य रेल के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक दर्जनों मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा जबकि 78 ट्रेनों का आंशिक समापन/प्रारंभ किया गया.
ये भी पढ़ें: दिल्ली : जमानत पर बाहर आए अपराधी की स्वागत रैली में 'उपद्रव' करने के आरोप में 83 गिरफ्तार
इसी तरह 12 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित कर चलाया गया जबकि एक ट्रेन का परिचालन परिवर्तित मार्ग से किया गया. जिसके कारण हजारों यात्री अपनी यात्रा प्रारंभ नहीं कर सके. इन यात्रियों में छात्र, मरीज भी शामिल थे. जिन्हें धरना-प्रदर्शन के कारण अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी.
VIDEO: "ऐसी आशंका नहीं थी": अग्निपथ योजना पर हिंसक विरोध पर नौसेना प्रमुख | पढ़ें