- दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार के कारण वायु प्रदूषण नियंत्रण GRAP-4 से जुड़ी पाबंदियां हटा ली गईं हैं
- बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में था, लेकिन बाद में तेज हवाओं से सुधार हुआ है
- मौसम के अनुसार धीमी हवाओं के कारण आने वाले दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक में फिर वृद्धि हो सकती है
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार के बाद GRAP-4 से जुड़ी पाबंदियां हटा ली गई हैं. बढ़े वायु प्रदूषण से बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर लागू की गई वायु प्रदूषण नियंत्रण संबंधी GRAP-4 की शर्तों को एक सप्ताह बाद हटा लिया गया है. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) की उप-समिति ने आज एक बैठक में कहा कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने आज एक बयान में कहा, "तेज हवाओं और अनुकूल मौसम की स्थिति के कारण कल रात से दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में उल्लेखनीय सुधार हुआ है."
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 से ऊपर पहुंचने के बाद सीएक्यूएम ने जीआरएपी-4 लागू किया था, जिसका अर्थ है वायु गुणवत्ता "गंभीर-से-अधिक". सीएक्यूएम ने कहा कि जीआरएपी 1 से लेकर 3 के तहत सभी उपाय प्रभावी रहेंगे.
जीआरएपी-4 के कारण सड़कों से हटाए गए पुराने वाहन अब दिल्ली में वापस आ सकते हैं. दिल्ली सरकार ने कक्षा 10 को छोड़कर कक्षा 11 तक के स्कूलों के लिए हाइब्रिड मोड (शारीरिक और ऑनलाइन दोनों) में कक्षाएं चलाना अनिवार्य कर दिया था.
सीपीसीबी के ‘समीर' ऐप के अनुसार, दिल्ली के 40 वायु गुणवत्ता निगरानी केन्द्र में से 36 में एक्यूआई ‘बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया. नेहरू नगर में सबसे ज्यादा 392 एक्यूआई दर्ज किया गया.













