रेप के आरोपी बाबा वीरेंद्र देव के काले कारानामों का होगा पर्दाफाश! आश्रम की तलाशी का आदेश

सीबीआई बाबा वीरेंद्र देव (Rape Accused Baba Virendra Dev Dikshit) के खिलाफ जांच कर रही है. वीरेंद्र देव दीक्षित का आश्रम दिल्ली के रोहिणी इलाके में है. उस पर महिलाओं और लड़कियों को बंधक बनाकर रेप करने का आरोप है.

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बाबा वीरेंद्र देव के आश्रम में तलाशी का आदेश. (प्रतीकात्मक फोटो)
नई दिल्ली:

रेप के आरोपी बाबा वीरेंद्र देव (Baba Virendra Dev) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. दिल्ली हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि फरार चल रहे आरोपी बाबा के आश्रम में तलाशी ली जाए. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम आज बाबा के आश्रम में एक बार फिर से जाकर तलाशी लेने वाली थी, हालांकि अब तलाशी के लिए पुलिस आश्रम में नहीं जाएगी. दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है की 26 जनवरी की वजह से उनके पास फिलहाल फोर्स नहीं है, इसलिए आज आश्रम नहीं जाएंगे. पुलिस बाबा के खिलाफ सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है. स्वंय भू बाबा वीरेंद्र देव पर कई लड़कियों के साथ रेप का आरोप है. रेप का आरोपी बाबा साल पिछले सात सालों यानी कि  2017 से फरार चल रहा है. पुलिस ने उसका पता बताने पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. वहीं रेड और ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है. 

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बाबा वीरेंद्र देव लड़कियों से रेप का आरोपी

बता दें कि सीबीआई बाबा वीरेंद्र देव के खिलाफ  जांच कर रही है. वीरेंद्र देव दीक्षित का आश्रम दिल्ली के रोहिणी इलाके में है. उस पर महिलाओं और लड़कियों को बंधक बनाकर रेप करने का आरोप है. बता दें कि बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर साल 2017 में गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘फाउंडेशन फॉर सोशल इम्पारवरमेंट' ने वकील श्रवण कुमार के जरिए हाईकोर्ट का रुख कर आरोप लगाया था कि ‘आध्यात्मिक विश्वविद्यालय' में कई नाबालिगों और महिलाओं को कैद किया गया है और उन्हें उनके माता-पिता से मिलने नहीं दिया. 

2017 से फरार है वीरेंद्र देव दीक्षित

हाईकोर्ट ने तब सीबीआई को आश्रम के संस्थापक दीक्षित का पता लगाने के लिए कहा था और एजेंसी को आश्रम में लड़कियों और महिलाओं को कथित रूप से कैद रखने की जांच करने का निर्देश दिया था. आरोप लगा था कि महिलाओं को कांटेदार तार से घिरे एक 'किले' में लोहे के दरवाजों के पीछे 'जानवरों जैसी' स्थितियों में रखा गया था.

फिर ली जा सकती है बाबा वीरेंद्र के आश्रम की तलाशी

बता दें कि साल 2017 रोहिणी की एक आध्यात्मिक यूनिवर्सिटी में लड़कियों को कैद किए जाने की खबर से सनसनी फैल गई थी. हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने छापेमारी की थी. पुलिस जब भीतर पहुंची तो वहां की हालत देखकर हैरान रह गई. यूनिवर्सिटी के भीतर एक खिड़की तक नहीं थी. बाथरूम पर दरवाजे नहीं थे. कोई बाहर से भीतर तक नहीं आ सकता था. वहां रहने वाली कई लड़कयां तो बोल तक नहीं पा रही थीं. लड़कियों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. एक बार फिर से दिल्ली पुलिस को बाबा के आश्रम में तलाशी का आदेश दिया गया था, लेकिन आज पुलिस तलाशी लेने नहीं जाएगी.

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