कंझावला केस: वारदात के वक्त घर पर था ड्राइविंग का आरोपी शख्स- पुलिस

अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था, इसलिए दीपक ने इसकी जिम्मेदारी ली कि कार वो ही चला रहा था. जबकि जांच में इसका खुलासा हुआ कि वारदात के समय अमित ही कार चला रहा था.

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आशुतोष ने आरोपियों को ऑटो से भागने में मदद की थी.
नई दिल्ली:

दिल्ली के कंझावला दुर्घटना मामले में पुलिस ने छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी आशुतोष की ही कार लेकर गए थे. आशुतोष पर आरोपियों की मदद करने का आरोप है. पुलिस के मुताबिक वारदात के समय कार में केवल चार आरोपी थे. दीपक घर में था, लेकिन उसे अमित ने बाद में बुलाया था. अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था, इसलिए दीपक ने इसकी जिम्मेदारी ली कि कार वो ही चला रहा था. जबकि जांच में इसका खुलासा हुआ कि वारदात के समय अमित ही कार चला रहा था.

इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें अंजलि को कार से घसीटने के बाद एक जगह आरोपी बलेनो कार रोकते हैं और कार से उतरकर ऑटो में बैठकर फरार हो जाते हैं. यह वीडियो दुर्घटना के दिन सुबह 4:33 मिनट का है. कंझावला में गाड़ी से अंजलि की बॉडी हटाने के बाद सभी आरोपी गाड़ी के मालिक आशुतोष को गाड़ी देने रोहिणी सेक्टर-1 पहुंचते हैं.

आशुतोष ने आरोपियों को भागने में मदद की
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि 4 बजकर 33 मिनट पर गाड़ी आती है. बलेनो के ड्राइविंग सीट से दीपक, ड्राइवर की बगल वाली सीट से छोटे हाइट का मनोज मित्तल उतरता है, बाकी 3 पीछे वाली सीट से उतरते हैं.

यहां पहले से आशुतोष और कुछ लड़के खड़े थे, जिन्हें फोन पर इन आरोपियों ने बता दिया था कि एक्सीडेंट हुआ है. इनके फरार होने के लिए पहले से एक ऑटो खड़ा किया गया था. आरोपी आते हैं, गाड़ी से उतरते है और फिर ऑटो में बैठकर फरार हो जाते हैं.

दिल्ली पुलिस ने किए कई अहम खुलासे
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने सड़क हादसे का शिकार हुई अंजलि के मामले में कई अहम खुलासे किए थे. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागरप्रीत हुडा ने बताया कि इस अपराध में 5 नहीं बल्कि 7 लोग शामिल थे. पांच मुख्य आरोपी की तरह दो और भी लोग हैं, जो इसमें शामिल थे.

रेप का कोई सबूत नहीं मिला- पुलिस
हुडा ने कहा कि दिल्ली पुलिस की जांच बेहद अहम मोड़ पर पहुंच गई है. हमारी 18 टीमें काम कर रही हैं. प्रत्यक्षदर्शी के 164 के बयान करा लिए गए हैं. दो अन्य आरोपियों में एक आशुतोष और दूसरा अंकुश खन्ना है. हमें फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. हालांकि उन्होंने किसी तरह के रेप के सबूत मिलने से इनकार किया.

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पुलिस ने कहा कि आरोपी और पीड़िता का कोई पुराना नाता नहीं रहा है. अंजलि की दोस्त निधि इस केस की अहम गवाह है. सभी सबूतों के साथ मजबूत चार्जशीट जल्द फाइल करेंगे और आरोपियों को सजा दिलवाएंगे.

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