दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सेक्सटॉर्शन के शिकार लोगों को अपना निशाना बनाने वाले आरोपी 'एसपी राम पांडे' को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की पहचान महेंद्र सिंह के रूप में की गई है. पुलिस के साइबर क्राइम की दुनिया में ‘एसीपी राम पांडे' और यूट्यूबर राहुल शर्मा नाम खासा चर्चित है.
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ने दिल्ली के एक पीड़ित से न्यूड वीडियो को डिलीट करने के नाम पर 24 लाख वसूल लिए थे. खुद को एसीपी बताने वाले इस ब्लैकमेलर का असली नाम महेंद्र सिंह है. 36 साल का महेंद्र मथुरा के कोसीकलां के टूमौला गांव का रहने वाला है. पुलिस ने इसके पास से एक स्वाइप मशीन, भारतपे, एक पेन ड्राइव, 16 जीबी का मेमोरी कार्ड, I Phone 12 Pro मोबाइल जब्त किया है.
पुलिस के मुताबिक एक शख्स ने शिकायत दिया था कि उसको एक लेडी ने कॉल कर आपत्तिजनक काम कराया. इसके बाद एसीपी राम पांडे के नाम से कॉल आई. उसने खुद को पुलिसवाला बताकर धमकाते हुए न्यूड वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल किया और मामला रफा दफा करने के लिए पहले 8,82,000 रुपये ट्रांसफर करवा लिए. इसके बाद राम पांडे ने 15 लाख रुपए और वसूले, इतना ही नहीं पैसे न देने पर पूरे परिवार को जेल भेजने की धमकी दी.
पीड़ित इतना डरा गया था कि उसने किसी को भी इस बारे में नहीं बताया फिर कई दिन बाद उसने अपने एक दोस्त से पूरी बात बताई और फिर पुलिस में शिकायत दी. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और पुलिस टीम उसी के गांव के आसपास कई दिन तक रही.
जांच में पता चला आरोपी ने ठगी से काफी पैसा कमाया है. वह खुद को एसीपी राम पांडे और यूट्यूबर राहुल शर्मा बताता है. इसके बाद टीम ने महेंद्र को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. वह अपनी वोक्सवैगन कार में एक स्वाइप मशीन के साथ निकलने की तैयारी में था. बरामद चीजों में जब पेन ड्राइव को खोलकर देखा तो पाया कि उसमें उसकी रिकॉर्डिंग थी. उसने कबूल किया कि वह खुद को एसीपी राम पांडे और यूट्यूबर राहुल शर्मा के साथ अन्य के नाम से कॉल कर एफआईआर दर्ज होने और गिरफ्तारी का डर दिखाता था. वह लोगों को उनके न्यूड वीडियो को हटाने के लिए यूट्यूबर राहुल शर्मा से बात करने को कहता फिर वह राहुल शर्मा बनकर बात करता था.