जी-20: मेहमानों के लजीज खाने पर अधिकारियों की पैनी नजर, बिना टेस्टिंग के चाय तक नहीं परोसी जाएगी

लैब टेस्ट के बिना रसोई में कोई भी खाद्य पदार्थ उपलब्ध नहीं कराया जाएगा और ना ही इसे पकाया जाएगा. भोज और समिट के अन्य आयोजनों में परोसे जाने वाले भोजन पर भी खाद्य सुरक्षा अधिकारी नजर रखेंगे.

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जी-20 के मेहमानों को परोसे जाने वाले खाने की होगी जांच

जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को परोसे जाने वाले लजीज खाने की सफाई और शुद्धता की जांच के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है. खाद्य विभाग ने 18 अधिकारियों की ड्यूटी इसी काम के लिए लगाई है.18 अधिकारियों की टीम दिल्ली के होटलों और अन्य जगहों पर मेहमानों को परोसे जाने वाले खाने के सैंपल इकट्ठा करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि विदेशी मेहमानों और प्रतिनिधियों को स्वच्छ तरीके से पकाया हुआ खाना ही परोसा जाए.

खाद्य  विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि 18 खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिल्ली के 19 फइवस्टार होटलों और एयरोसिटी क्षेत्र में इस्तेमाल किए जा रहे कच्चे खाद्य पदार्थों के नमूने इकट्ठा कर रहे हैं, ये वो जगह हैं जहां विदेशी मेहमान रुकेंगे. अधिकारी ने कहा कि हम नियमित जांच करते हैं और नमूने लेते हैं लेकिन जी-20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए 18 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की नियुक्ति की है. सोमवार से होटलों से एकत्र किए जा रहे नमूनों को लैब में टेस्ट किया जा रहा है. 

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खाने-पीने की चीजों की होगी टेस्टिंग

बता दें कि दो दिवसीय शिखर सम्मेलन 9 सितंबर से शुरू होगा. इसमें शामिल होने के लिए विदेशी मेहमानों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है.  विभिन्न देशों के गणमान्य व्यक्तियों के ठहरने के लिए 23 फाइवस्टार होटल बुक किए गए हैं. जी-20 के मेहमानों के लिए स्वच्छ तरीके से पकाए गए खाने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार ने अधिकारियों की तैनाती की है.

खाद्य सुरक्षा अधिकारी बर्तनों की सफाई समेत रसोई और कर्मचारियों की स्वच्छता भी सुनिश्चित कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि परोसने से पहले, पकाए गए भोजन की बारीकी से निगरानी की जाएगी और पुलिस की मदद से गुणवत्ता चेक करने के लिए खाने का नमूना लिया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि 24 घंटे के भीतर लैब रिपोर्ट आने के बाद कच्ची खाद्य सामग्री का उपयोग खाना पकाने में किया जाएगा.

मेहमानों के खाने में कोई लापरवाही नहीं

उन्होंने कहा कि लैब टेस्ट के बिना रसोई में कोई भी खाद्य पदार्थ उपलब्ध नहीं कराया जाएगा और ना ही इसे पकाया जाएगा. भोज और समिट के अन्य आयोजनों में परोसे जाने वाले भोजन पर भी खाद्य सुरक्षा अधिकारी नजर रखेंगे. अधिकारी ने कहा कि आमतौर पर खाने के नमूनों की रिपोर्ट आने में 15-20 दिन लगते हैं, लेकिन जी-20 मेहमानों को परोसी जाने वाली खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच में तेजी लाई जाएगी और कुछ ही घंटों में रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाएगी.

खाद्य पदार्थों के नमूने लेने के संबंध में दिल्ली पुलिस के साथ बैठकें की गई हैं. क्योंकि जिन होटलों में राष्ट्राध्यक्ष रुकेंगे वह भारी सुरक्षा घेरे में हैं. अधिकारियों ने कहा कि पुलिसकर्मियों को पके हुए भोजन के नमूने लेने की भी ट्रेनिंग दी गई है.अच्छी क्वालिटी का खाना, चाय, नाश्ता, दोपहर का खाना और रात के खाने में परोसे जाने वाले स्नैक्स और चाय सहित  पेय पदार्थों का नमूना और परीक्षण इसी तरह सुनिश्चित किया जाएगा.

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