दिल्ली के एक शीर्ष अस्पताल के 23 रेजिडेंट डॉक्टर एक सप्ताह की अवधि में कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. राष्ट्रीय राजधानी भी कोविड के मामलों में तेज वृद्धि से जूझ रही है. सफदरजंग अस्पताल के इन डॉक्टरों में कोविड के हल्के लक्षण हैं. उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है. सोमवार को एक वरिष्ठ डॉक्टर ने यह जानकारी दी. डॉक्टर ने कहा, "अब तक ओमिक्रॉन का कोई मामला सामने नहीं आया है. वे खुद को क्वारंटाइन कर रहे हैं और फिलहाल अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है."
हैल्थ बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 4,099 नए मामले आए. इसके साथ पिछले 24 घंटों में पॉजिटिविटी रेट 6.46 प्रतिशत हो गया.
इससे पहले, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोविड -19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है क्योंकि लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ रहा है.
इस बीच, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA)ने राष्ट्रीय राजधानी में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोरोना संक्रमण की स्थिति और तैयारी की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक बैठक बुलाई है. बैठक में और पाबंदियों और अगले स्तर के अलर्ट पर भी फैसला लिया जा सकता है.
डीडीएमए ने 29 दिसंबर को अपनी पिछली बैठक में फैसला किया था कि दिल्ली में 'यलो अलर्ट' के तहत लगाए गए कोविड से संबंधित प्रतिबंध अस्पताल में कम लोगों के भर्ती होने के मद्देनजर जारी रहेंगे.
हालांकि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के अनुसार, दिल्ली लेवल 4 (रेड अलर्ट) प्रतिबंधों के चरण में पहुंच गई है, जो अधिकांश गतिविधियों को बंद करने और टोटल कर्फ्यू के लिए तय लेवल है. GRAP के अनुसार 'रेड अलर्ट' लगातार दो दिनों तक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से ऊपर रहने के बाद लागू होता है.
दिल्ली में सिनेमाघरों और जिम को बंद कर दिया गया है. गैर-जरूरी सामान की दुकानें ऑड-ईवन के आधार पर खुल रही हैं. शहर में मेट्रो ट्रेनों और सिटी बसों में बैठने की क्षमता को 50 प्रतिशत तक सीमित कर दिया गया है.
(PTI के इनपुट के साथ)