जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच साल में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई है: डीजीपी

डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘‘हमें इस बात पर गर्व है कि पिछले पांच वर्ष में कार्रवाई के दौरान कोई ‘कोलेट्रल डैमेज’ नहीं हुआ. यह बेहद खुशी की बात है. ईश्वर की कृपा से, पिछले पांच वर्ष में पुलिस कार्रवाई में एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

लेथपुरा (जम्मू-कश्मीर): जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने शनिवार को दावा किया कि केंद्र शासित प्रदेश में पिछले पांच साल में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई है. उन्होंने यह टिप्पणी पुलिस थानों की परिचालन क्षमता वृद्धि (ओसीएपी) का दूसरा चरण शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान की. दिलबाग सिंह 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होंगे.

सिंह ने कहा, ‘‘हमें इस बात पर गर्व है कि पिछले पांच वर्ष में कार्रवाई के दौरान कोई ‘कोलेट्रल डैमेज' नहीं हुआ. यह बेहद खुशी की बात है. ईश्वर की कृपा से, पिछले पांच वर्ष में पुलिस कार्रवाई में एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ है. हमें इस पर बहुत गर्व है.'' ‘कोलेट्रल डैमेज' का अभिप्राय सैन्य अभियान के दौरान होने वाली असैन्य क्षति से है.

दूसरे चरण के तहत 22 पुलिस थानों को शांति और स्थिरता टीम मुहैया कराई गई है जिनमें 14 उच्च प्रशिक्षित जवान, आधुनिक हथियारों और उपकरण के साथ वाहन और ड्रोन शामिल है. डीजीपी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर आतंकवाद के काले युग से बाहर आ रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद का ग्राफ नीचे आ गया है हम इसे शून्य पर देखना चाहते हैं.'' आतंकवाद की घटनाओं की जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि इस साल अब तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की 30 घटनाएं हुई हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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