जम्मू-कश्मीर : राजौरी के आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 4 हुई, आज बंद का आह्वान

राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कहा कि कुछ लोगों की हालत "बहुत गंभीर" है. गंभीर रूप से घायलों में से कुछ को जम्मू ले जाया गया है.

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हमले से जिले में दहशत का माहौल है.

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में हुए आतंकवादी हमले में मरने वालों की संख्या चार हो गई है. एक घायल नागरिक की अस्पताल में मौत हो गई. घायल नौ अन्य लोगों का इलाज किया जा रहा है और राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कहा कि उनमें से कुछ की हालत "बहुत गंभीर" है. गंभीर रूप से घायलों में से कुछ को जम्मू ले जाया गया है. घटना बीती शाम डांगरी गांव में हुई.

पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दो सशस्त्र आतंकवादी तीन घरों में घुस गए और उन्होंने अंधाधुंध गोलियां चलाईं. आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है. पीटीआई ने बताया कि कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ महमूद एच बजर ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की है और कहा है कि घायलों में से दो को बेहतर इलाज के लिए जम्मू ले जाया गया है.

पीड़ितों की पहचान दीपक कुमार, सतीश कुमार और प्रीतम लाल और शिव पाल के रूप में हुई है. 16 दिसंबर को सेना के एक शिविर के बाहर दो लोगों के मारे जाने के बाद पिछले दो हफ्तों में राजौरी जिले में नागरिकों की हत्या की यह दूसरी घटना है. पीटीआई ने बताया कि डांगरी गांव के मुखिया ने हमले को एक बड़ी सुरक्षा चूक बताते हुए अधिकारियों की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि खतरे की आशंका थी और जिले के कुछ इलाकों में तलाशी ली गई.

हमले से जिले में दहशत का माहौल है. घटना के विरोध में कई संगठनों ने आज हड़ताल का आह्वान किया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है. भाजपा ने बंद के आह्वान का समर्थन किया है. राजौरी अस्पताल के बाहर जमा लोगों के एक समूह ने निर्दोष लोगों की हत्या के लिए पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ नारे लगाए. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भी नारेबाजी की गई.

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