Coronavirus Updates: AIIMS में शुक्रवार से नाक के जरिए दिए जाने वाली कोरोना वैक्सीन का ट्रायल

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भारत बायोटेक  द्वारा विकसित की गई नाक के जरिए दिए जाने वाले कोरेना वायरस (Coronavirus)  वैकसीन की बूस्टर डोज़ का परीक्षण शुक्रवार से शुरू करने जा रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 14 mins
टीका लेने की अवधि सात महीने से पहले की नहीं होनी चाहिए.
नई दिल्ली:

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भारत बायोटेक द्वारा विकसित की गई नाक के जरिए दिए जाने वाली कोरेना वायरस (Coronavirus)  वैकसीन की बूस्टर डोज़ का परीक्षण शुक्रवार से शुरू करने जा रहा है. एम्स, नयी दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने बताया कि बूस्टर खुराक उन लोगों को दी जाएगी, जिन्होंने कम से कम पांच महीने पहले कोवैक्सिन या कोविशील्ड की दोनों खुराक ले ली थी. लेकिन टीका लेने की अवधि सात महीने से पहले की नहीं होनी चाहिए.

कोरोनावायरस अपडेट : भारत में एक्टिव केस हुए 50,000 से कम, पिछले 24 घंटे में 3,993 नए मामले आए सामने

भारत द्वारा हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित ‘इंट्रानैसल वैक्सीन' बीबीवी154 के इस्तेमाल को मंजूरी दिया जाना अभी बाकी है.

Advertisement

इसे भी पढें: क्या साल 2022 में हो जाएगा कोरोना महामारी का अंत? एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?

इससे पहले, देश के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute) के कोविड-19 रोधी टीके कोवोवैक्स (Covax) को 12 से 17 साल के बच्चों के लिए आपात उपयोग की अनुमति (EUA) देने की सिफारिश की थी. भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को स्वीकृति दी थी. 

Advertisement

NeoCov Coronavirus: इंसानों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है यह वैरिएंट?

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Neeraj Chopra ने रचा इतिहास, करियर में पहली बार फेंका 90 मी. से दूर भाला | BREAKING NEWS
Topics mentioned in this article