दुनिया में जानलेवा महामारी कोरोना वायरस के दो साल (Coronavirus Two years) पूरे होने जा रहे हैं, लेकिन इसका कहर फिर से बढ़ रहा है. हालांकि पिछले दो सालों की में कोरोना की लहरों के उतार-चढ़ाव के बीच पांच ऐसे देश रहे हैं, जिन्होंने महामारी की सबसे बुरी मार झेली है. भारत-अमेरिका समेत पांच ऐसे देश हैं, जहां कोरोना के दुनिया में कुल मामलों का 47 फीसदी केस मिले हैं. जबकि विश्व में कोविड-19 से कुल मौतों में से 44 फीसदी भी इन्हीं देशों में हुई हैं.
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वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में अब तक कोरोना वायरस के 28.19 करोड़ से ज्यादा केस मिल चुके हैं, इनमें से 13.34 करोड़ पांच देशों में मिले हैं. ये देश भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और रूस हैं. दुनिया में कुल मौतों की बात करें तो अब तक 54.25 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इनमें से करीब 24 लाख इन पांच देशों में ही हुई हैं. दुनिया में पांच देश ऐसे हैं, जहां कुल संक्रमितों की तादाद एक करोड़ से ज्यादा हो चुकी है. इनमें सबसे बड़ी तबाही अमेरिका ने झेली है, जहां 5.3 करोड़ से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं. भारत में यह संख्या 3.4 करोड़ से ज्यादा है.
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सितंबर-अक्टूबर के बाद भारत, अमेरिका में संक्रमितों में कमी आने के बाद ऐसा माना जा रहा था कि वायरस कमजोर पड़ रहा है, लेकिन ओमिक्रॉन वैरिएंट आने के बाद यह फिर तेजी पकड़ने लगा है. विश्व में सोमवार को रिकॉर्ड 14.4 लाख कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए. जबकि पिछले एक हफ्ते की बात जाए तो औसतन 9-10 लाख केस रोज आने लगे हैं. हालांकि ओमिक्रॉन के ज्यादा घातक न होने के कारण रोजाना मृतकों की संख्या 7-8 हजार के करीब रही है, जबकि पिछले साल जनवरी में ये तादाद 17 हजार के ऊपर पहुंच गई थी.
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ओमिक्रॉन के बढ़ते आतंक के कारण क्रिसमस औऱ नए साल का जश्न भी फीका पड़ गया है. इस कारण शुक्रवार को 11,500 फ्लाइट कैंसल करनी पड़ीं, क्योंकि एयरलाइनों के पास ओमिक्रॉन के संक्रमण के चलते स्टाफ की भारी कमी है. आने वाले दिनों में ऐसा ही देखने को मिल सकता है. अमेरिका में रोजाना दो लाख के करीब केस आ रहे हैं. जबकि ब्रिटेन और फ्रांस में यह संख्या 1-1 लाख के करीब है.