कांग्रेस का घोषणापत्र 'झूठ और भ्रम का पुलिंदा' : बीजेपी

कोविड महामारी को छोड़कर भाजपा शासन में मुद्रास्फीति सबसे कम और विकास दर उच्चतम रही है- सुधांशु त्रिवेदी

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भाजपा ने कांग्रेस के घोषणापत्र को 'झूठ का पुलिंदा' बताया है.  भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा है कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो को मतदाताओं में भ्रम उत्पन्न करने के लिए तैयार किया गया है. उन्होंने कहा है कांग्रेस ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों के अपने पहले के घोषणापत्रों में किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा है कोविड महामारी को छोड़कर भाजपा शासन में मुद्रास्फीति सबसे कम और विकास दर उच्चतम रही है.

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपना घोषणापत्र जारी किया जो पांच ‘न्याय' और 25 ‘गारंटी' पर आधारित है. पार्टी ने इसे 'न्याय पत्र' नाम दिया है. कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में घोषणापत्र जारी किया गया.

घोषणापत्र जारी करने के अवसर पर कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, पार्टी की घोषणा पत्र समिति के प्रमुख और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. पार्टी ने वादा किया कि देश में उसकी सरकार बनने पर वह जाति आधारित जनगणना कराएगी और आरक्षण की अधिकतम सीमा को बढ़ा कर 50 प्रतिशत से ज्यादा करेगी.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी होने के बाद शुक्रवार को कहा कि यह देश, लोकतंत्र एवं संविधान बचाने का चुनाव है तथा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' की तरफ से प्रधानमंत्री कौन होगा, इस बारे में चुनाव में जीत के बाद घटक दल मिलकर फैसला करेंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास करने वालों और संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा करने का प्रयास करने वालों के बीच है.

राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह चुनाव बुनियादी रूप से अलग है. मुझे नहीं लगता कि संविधान और लोकतंत्र को इतना खतरा पहले कभी था जितना आज है.''

उन्होंने दावा किया, ‘‘एक तरफ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं, संस्थाओं पर कब्जा कर रहे हैं. दूसरी तरफ ‘इंडिया' गठबंधन है जो लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा करने के लिए है... यह देश, संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है.''

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह समझना होगा कि हिंदुस्तान के राजनीतिक ढांचे में क्या हो रहा है. आरएसएस, भाजपा और खासकर नरेन्द्र मोदी जी ने क्या बुनियाद बनाई है, सबसे पहले यह समझना होगा. जैसे विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों में अडाणी का एकाधिकार है, उसी तरह नरेन्द्र मोदी ने ‘पॉलिटिकल फाइनेंस'' (राजनीतिक वित्तपोषण) का एकाधिकार बना लिया है.''

उन्होंने दावा किया कि यह एकाधिकार सीबीआई और ईडी जैसी तमाम संस्थाओं पर कब्जा करके कायम किया गया है. राहुल गांधी के अनुसार, यह सारी जानकारी चुनावी बॉण्ड के जरिये सामने आ गई है.

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उन्होंने दावा किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी ने पूरे विपक्ष को चुनावी बॉण्ड के जरिये एक ‘चार्जशीट' पकड़ा दी है. इसलिए नरेन्द्र मोदी को थोड़ा डर लग रहा है. ऐसे में वह 400 पार की बात कर रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कहीं 180 या 160 हुआ तो नैया डूब जाएगी.''

विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया)में फैसला किया गया है कि हम विचारधारा के आधार पर एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव के बाद सभी मिलकर फैसला करेंगे कि प्रधानमंत्री कौन होगा.''

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भाषा इनपुट के साथ

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