INDIA अलायंस को लीड करने के बारे में न सोचे कांग्रेस, ममता में ये काबिलियत... मणिशंकर अय्यर ने ऐसा क्यों कहा?

मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में यह बातें कही. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस को विपक्षी गुट का नेता न बनने के लिए तैयार रहना चाहिए. इससे फर्क नहीं पड़ता कि विपक्षी गठबंधन को कौन लीड करता है. वजह यह कि कांग्रेस और उनके नेताओं का स्थान हमेशा ही अहम रहेगा."

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नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी पर आधारित दूसरी किताब लॉन्च कर दी है. A Maverick in Politics नाम की किताब में अय्यर ने राजनीति, कांग्रेस और गांधी परिवार को लेकर अपने अनुभव शेयर किए हैं. किताब की लॉन्चिंग के मौके पर एक इंटरव्यू में मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन INDIA का नेतृत्व नहीं करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऐसा करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए. ममता बनर्जी में गठबंधन को लीड करने की काबिलियत है.

मणिशंकर अय्यर ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में यह बातें कही. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस को विपक्षी गुट का नेता न बनने के लिए तैयार रहना चाहिए. इससे फर्क नहीं पड़ता कि विपक्षी गठबंधन को कौन लीड करता है. वजह यह कि कांग्रेस और उनके नेताओं का स्थान हमेशा ही अहम रहेगा. जरूरी नहीं कि वो अकेली अहम पार्टी हो. ममता बनर्जी में क्षमता है, दूसरे नेता भी हैं, जो गठबंधन को लीड कर सकते हैं. जो भी इसकी अगुआई करना चाहे, उसे करने देना चाहिए."

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दरअसल, हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल की CM और TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी ने गठबंधन की अगुवाई करने की इच्छा जाहिर की थी. ममता ने कहा था, "BJP की सरकार के खिलाफ विपक्ष में सभी को साथ लेकर चलना होगा. अगर मुझे जिम्मेदारी दी जाती है, तो मैं इसे सही तरह से चलाने की कोशिश करूंगी. मैं बंगाल के बाहर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैं विपक्षी गठबंधन को यहां से चला सकती हूं." ममता के इस बयान के बाद लालू यादव और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव उनके समर्थन में उतरे थे.

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कांग्रेस BJP की तरह
मणिशंकर अय्यर ने इंटरव्यू में कांग्रेस को भी BJP के जैसा बताया है. उन्होंने कहा, "मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि कांग्रेस में भी तारीफ कल्चर शुरू हो गया है. हालांकि, अभी तक इस पार्टी में गुलामी की मानसिकता नहीं आई है."

अय्यर ने कहा, "राहुल गांधी मुझसे 30 साल छोटे हैं. मैं उनके पिता से जुड़ा हुआ था, इसलिए राहुल को लगता है कि मैं उनके पिता की पीढ़ी का हूं. राहुल कांग्रेस के नेता हैं और मैं उनका अनुयायी हूं. इसलिए मुझे स्वीकार करना होगा कि मैं एक्टिव पॉलिटिक्स के लिए बहुत बूढ़ा हो चुका हूं, लेकिन मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है. मैं कांग्रेस कभी नहीं छोड़ूंगा, खासकर BJP में जाने के लिए तो बिल्कुल नहीं."

मैं बेलगाम तोप नहीं
मणिशंकर अय्यर ने कहा, "मुझे नहीं पता कांग्रेस पार्टी को मेरे बारे में क्या अच्छा नहीं लगता. सोनिया गांधी ने कहा था कि मैं एक बेलगाम तोप हूं. मैं ऐसा बिल्कुल नहीं हूं. मैं आपको बता दूं कि गांधी और नेहरू की कांग्रेस में बेलगाम तोपों को बहुत उपयोगी लोग माना जाता था."

गांधी परिवार ने खत्म किया मेरा पॉलिटिकल करियर
इससे पहले अय्यर ने गांधी परिवार पर अपना पॉलिटिकल करियर खत्म करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा, "पिछले 10 साल में उन्हें सोनिया गांधी से सिर्फ एक बार मिलने का मौका मिला है. मुझे राहुल गांधी से सिर्फ एक बार और प्रियंका गांधी से दो बार मिलने का मौका मिला. गांधी परिवार ने ही मेरा पॉलिटिकल करियर बनाया और बर्बाद भी किया है, लेकिन मैं कभी BJP में नहीं जाऊंगा.

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कब बना था INDIA गठबंधन?
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी दल PM मोदी को हराने के लिए एकजुट हुए थे. उनके गठबंधन को INDIA नाम दिया गया था. INDIA यानी Indian National Developmental Inclusive Alliance.कांग्रेस इसकी मुख्य पार्टी है. इसके साथ ही TMC, NCP (शरद चंद्र पवार), DMK, SP, शिवसेना (UBT), RJD, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट (माले), JMM, आम आदमी पार्टी, JKNC,IUML, केरल कांग्रेस, VKC,RSP, RLP भारत आदिवासी पार्टी और MDMK इसमें शामिल हैं. 

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नीतीश कुमार ने मारी थी पलटी, ममता का एकला चलो रे
पहले नीतीश कुमार और उनकी JDU भी INDIA अलायंस का हिस्सा थे. लेकिन, चुनाव से  पहले ही नीतीश ने पलटी मारी और NDA के पाले में चले गए. इसके बाद ममता बनर्जी भी बंगाल में सीट शेयरिंग पर राजी नहीं हुईं. जिसके बाद TMC ने अकेले लोकसभा का चुनाव लड़ा था.

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लोकसभा चुनाव में INDIA ने जीती कितनी सीटें?
लोकसभा चुनाव में INDIA ने कुल मिलाकर 234 सीटें जीतीं. कांग्रेस के हाथ में 99 सीटें आईं. 135 सीटें सहयोगी दलों ने जीती थीं. कांग्रेस के बाद सपा को 37 सीटें मिलीं. ममता बनर्जी की TMC ने 29 सीटें जीती थीं.

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