झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा है कि देवघर में त्रिकूट के पास रविवार को हुए रोपवे हादसे को लेकर उनके पास एक भी बार न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया. सोरेन ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि हालांकि हम लोग, संबंधित संस्थाओं से जुड़े हुए थे. सीएम ने कहा, वैसे ऑफिशियली तो बात नहीं हुई लेकिन मुझे लगता है कि ये संदेश वहां तक जरूर गया होगा. सभी चीजें निर्धारित समय पर हुईं. यह ऑपरेशन शुरू हुआ और अंजाम तक पहुंचा.
गौरतलब है कि सोरेन इससे पहले, कोरोना महामारी को लेकर राज्यों के सीएम से चर्चा के मामले में भी पीएम पर निशाना साध चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल, कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात करके कोरोना महामारी की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी. उन्होंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को भी फोन किया था. सोरेन ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी. साथ ही उन्होंने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री पर एकतरफा संवाद का आरोप लगाते हुए तंज भी कसा था. सोरेन ने कहा था कि कि बेहतर होता अगर पीएम मोदी काम की बात करते और काम की बात सुनते.
बता दें, देवघर में रोपवे हादसे में केबल कार में 50 से अधिक लोगों के फंसने के मामले ने पूरे देश की नजर झारखंड के इस स्थान पर केंद्रित कर दी थी. करीब 46 घंटे तक चलाए गए अभियान के बाद केबल कार में फंसे 56 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया था लेकिन हादसे में तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी थी. भारतीय सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और जिला प्रशासन ने मिल जुलकर यह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवधर में बचाव कार्य में लगे लोगों से बुधवार रात को बात की. उन्होंने कहा कि देवघर रोपवे दुर्घटना के बाद बचाव कर्मियों के बहादुरी भरे प्रयासों की पूरा देश सराहना करता है.
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