लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की टिप्पणी पर एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान का कहना है कि सिर्फ लोगों को डराने के लिए आरक्षण, लोकतंत्र और संविधान को बदलने की बात विपक्ष द्वारा की जा रही है. ऐसा कुछ नहीं होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 10 सालों से सत्ता में हैं, क्या इस दौरान कुछ ऐसा हुआ? लालू यादव पर निशाना साधते हुए चिराग पासवान ने कहा कि ये खुद को जयप्रकाश नारायण का अनुयायी कहते हैं, लेकिन उनका नारा शायद भूल गए हैं.
10 सालों में बताइए कौन से संविधान को खतरा आया?
विपक्ष पर हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा, "एक ही बात वह कितनी बार बोलेंगे... काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. कितनी बार लोगों को इस बात का डर दिखाया जाएगा... पिछले 10 साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सत्ता संभाली हुई है. इन 10 सालों में बताइए कौन से संविधान को खतरा आ गया? कौन-से आरक्षण पर खतरा आ गया, कौन से लोकतंत्र पर खतरा आ गया? ये लोग अपना जवाब क्यों नहीं देते हैं? क्या ये वो कांग्रेस नहीं है, जिसने देश में आपातकाल लगाने का काम किया था."
क्या ये भूल गए क्या था जेपी को नारा...!
लालू यादव पर तंज कसते हुए चिराग पासवान ने कहा, "ये लोग जो अपने आपको जेपी (जयप्रकाश नारायण) का अनुयायी कहते हैं... क्या ये भूल गए क्या था जेपी को नारा. उन्होंने संपूर्ण सत्ता का नारा इसी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए दिया था. आज उन्हीं के साथ गठबंधन में रहकर ये लोग बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. ये यकीकत है कि जिस कांग्रेस के साथ ये लोग गठबंधन में हैं, वो गरीब लोगों की संपत्ति हड़पना चाहती है."
गरीबों की संपत्ति लूटने की साजिश
कांग्रेस को विरासत टैक्स के मुद्दे पर घेरते हुए चिराग पासवान ने कहा, "विरासत टैक्स क्या है... कांग्रेस इस बात का जवाब दे? 55 प्रतिशत गरीब किसानों, गरीब मजदूरों, महिलाओं की संपत्ति ये लोग हड़पना चाहते हैं. विरासत टैक्स के जरिये महिलाओं के गहने ये लोग हड़पना चाहते हैं. इसमें कुछ नया नहीं है, क्योंकि ये इनकी परंपरा रही है. 'लैंड फोर जॉब', किसने ये परंपरा शुरू की है? इन्हीं लोगों ने शुरू की थी और अब ये लोग विधिवत तरीके से लोगों की संपत्ति हड़पना चाहते हैं. क्या होगी वो विधि... विरासत टैक्स लागू करना. अब ये सब बातें जनता के बीच में नहीं आएं, इसलिए कभी आरक्षण, कभी संविधान बदलने की बात करके लोगों को भ्रमित करते हैं. मेरे प्रधानमंत्री 15 सालों तक गुजरात में मुख्यमंत्री रह चुके हैं, तब इन्होंने कौन-सा आरक्षण हटा दिया, कौन-सा कानून बदल दिया?"
चिराग पासवान ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं. जात, पात, धर्म और मजहब के नाम पर बांटने की राजनीति, जो 90 के दशक से कांग्रेस-आरजेडी का कल्चर रहा है, उसे बढ़ावा देना चाहते हैं.
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