शिवसेना बनाम शिवसेना के मामले की मंगलवार को पांच जजों की संविधान पीठ ने सुनवाई की. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को देखने के लिए केन्या की मुख्य न्यायाधीश मार्था के कूमे भी मौजूद रहीं. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने केन्या की मुख्य न्यायाधीश और उनके साथ आए केन्या के सुप्रीम कोर्ट के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि हम अपने बीच केन्या के सर्वोच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश मार्था के कूमे को पाकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी कम से कम उपलब्धि यही नहीं है कि वह देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश हैं. वह ऐसी न्यायाधीश हैं, जिन्होंने भारत में संवैधानिक कानून से संबंधित मुद्दों सहित अन्य विषयों पर व्यापक रूप से लिखा है.
उन्होंने हाल ही में एक निर्णय लिखा था कि केन्या में बुनियादी संरचना सिद्धांत किस हद तक लागू होगा. वह उस बेंच का भी हिस्सा थीं जिसने केन्या में LGBTQ अधिकारों को मान्यता देने का फैसला किया था.
इसके साथ ही CJI ने यह भी कहा कि न्यायाधीशों ने सुनवाई से पहले केन्याई मुख्य न्यायाधीश को शिवसेना के चल रहे मामले के बारे में जानकारी दी. यहां जो दलीलें दी जा रही हैं हमने उनका भी संक्षिप्त विवरण दिया है.
सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल और महेश जेठमलानी ने भी बार की ओर से केन्याई मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया.
पिछले महीने सिंगापुर के मुख्य न्यायाधीश सुंदरेश मेनन ने भी सीजेआई की पीठ के समक्ष कार्यवाही में भाग लिया था.
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