Chandrayaan-3 के चांद पर कदम रखते ही लोगों को याद आया NYT का कार्टून, खूब बन रहा मज़ाक

चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था. इसे चांद की सतह पर लैंडिंग करने में 41 दिन लगे. लैंडर बुधवार शाम 6:04 बजे पर चांद पर उतरा था.

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चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद देश में जश्न का माहौल है.
नई दिल्ली:

भारत ने 23 अगस्त को अंतरिक्ष में इबारत लिख दी है. देश के तीसरे लूनर मिशन चंद्रयान-3(Chandrayaan-3 Successful landing on the moon)ने चांद के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग कर चुका है. ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है. इस शानदार उपलब्धि से हर हिंदुस्तानी का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा है. देश में जश्न का माहौल भी है. सोशल मीडिया पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) और भारत की स्पेस जर्नी को लेकर पोस्ट भी किए जा रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया टाइमलाइन पर भारत के स्पेस प्रोग्राम पर अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार 'न्यूयॉर्क टाइम्स' का 9 साल पुराना कार्टून भी दिखने लगा है. NYT ने भारत के मंगलयान मिशन को लेकर आपत्तिजनक कार्टून छापा था. अब चंद्रयान-3 की सफलता के बाद यूजर्स NYT और कार्टून बनाने वाले कार्टूनिस्ट को ट्रोल कर रहे हैं. 

दरअसल, अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार NYT ने 2014 में भारत के 'मंगलयान मिशन' की सफलता के बाद कार्टून प्रकाशित किया था. भारत ने बिल्कुल किफायती बजट में मंगलयान मिशन पर सफलता हासिल कर दुनिया को हैरत में डाल दिया था. NYT ने तारीफ की, लेकिन छोटे मन से. अखबार ने उस दिन के एडिशन में भारत को लेकर एक कार्टून छापा था. कार्टून में एक किसान गाय के साथ एक कमरे के दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. वहां लिखा है- एलीट स्पेस क्लब. कमरे के अंदर दो लोग सूट पहने बैठे हैं. निश्चित रूप से वो पश्चिमी दुनिया के वैज्ञानिक हैं. कार्टून के कैप्शन में लिखा था, 'भारत का किफायती मंगल मिशन एलीट स्पेस क्लब के दरवाजे पर दस्तक देता हुआ.'

इस कार्टून का जोरदार विरोध हुआ था. कई लोगों ने प्रसिद्ध अखबार पर नस्लवादी होने और अंतरिक्ष में उसकी शानदार उपलब्धि के बाद भारत का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया था. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क टाइम्स के एडिटोरियल पेज के एडिटर एंड्रयू रोसेन्थल ने तब एक फेसबुक पोस्ट में कहा था कि 'बड़ी संख्या में पाठकों' ने कार्टून के बारे में शिकायत की.

एंड्रयू रोसेन्थल ने कहा था, "कार्टूनिस्ट, हेंग किम सॉन्ग का इरादा यह उजागर करना था कि कैसे स्पेस रिसर्च अब केवल अमीर, पश्चिमी देशों का ही इलाका नहीं है. हेंग सिंगापुर में रहते हैं. वो अक्सर अंतरराष्ट्रीय मामलों के बारे में कमेंट करने के लिए ऐसे कार्टून का इस्तेमाल करते हैं. हम उन पाठकों से माफी मांगते हैं, जो इस कार्टून में फोटो के चयन से आहत हुए हैं.''

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रोसेन्थल ने सफाई देते हुए आगे कहा था कि हेंग किसी भी तरह से भारत, उसकी सरकार या उसके नागरिकों को आड़े हाथों लेने की कोशिश नहीं कर रहे थे".

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बुधवार को जैसे ही चंद्रयान-3 चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड हुआ, भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया. इसके बाद ट्विटर यूजर्स और नेटिजन्स ने NYT के पुराने कार्टून को खोज निकाला. कुछ यूजर्स ने NYT को टैग किया और कमेंट किया अब नए कार्टून का समय है. हालांकि, उस दौरान विवाद बढ़ने पर NYT ने माफी मांग ली थी.

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NYT को ट्रोल करने वालों में भारत राष्ट्र समिति के नेता वाई सतीश रेड्डी भी शामिल थे. उन्होंने पुराने कार्टून को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए पोस्ट किया- "आप हमारी क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए हंसे. आज, हम अपनी जीत से आपको चुप कराते हैं! अब, आगे बढ़ें और एक नया कार्टून बनाएं."

कुछ ट्विटर यूजर्स ने तीन साल पहले टाइम्स ऑफ इंडिया के जवाब के आधार पर NYT कार्टून का एक परिवर्तित वर्जन शेयर किया.

TOI में ये कार्टून 2017 में प्रकाशित हुआ था. तब भारत ने एक ही रॉकेट के साथ अंतरिक्ष में रिकॉर्ड तोड़ने वाले 104 सैटेलाइट भेजे थे. इसमें NYT के कार्टून को पलट दिया गया था. मतलब किसान को गाय के साथ रूम के अंदर दिखाया गया और दो लोगों को जो पहले रूम के अंदर बैठे थे, उन्हें बाहर नॉक करते दिखाया गया. इसका कैप्शन वही दिया गया था-एलीट स्पेस क्लब.

चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था. इसे चांद की सतह पर लैंडिंग करने में 41 दिन लगे. लैंडर बुधवार शाम 6:04 बजे पर चांद पर उतरा था.

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