मणिपुर महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. केंद्र सरकार ने इस घटना की जांच सीबीआई से कराने की बात कही थी. बता दें यह घटना चार मई की बताई जा रही है. घटना के दो महीने बाद 19 जुलाई को इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था. इस मामले में अब तक मणिपुर पुलिस 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
यह वीडियो जिस आरोपी ने बनाया है पुलिस उसे भी गिरफ्तार कर चुकी है. अब इस मामले में सीबीआई मणिपुर पुलिस की अभी तक की फाइंडिंग्स की भी जांच करेगी. सूत्रों के अनुसार जिस शख्स ने इस वीडियो को शूट किया है उस मोबाइल फोन को भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.
बता दें कि सीबीआई ने डीओपीटी नोटिफिकेश जारी होने के बाद एफआईआर दर्ज की है. मणिपुर में जो एफआईआर दर्ज की गई थी उसे अब सीबीआई ने आधिकारिक तौर पर रिरजिस्टर्ड करके केस की जांच शुरू कर दी है.
सीबीआई ने आईपीसी की धारा 153A,398,427,436,448,302,354,364,326,376,34 आईपीसी और 25 (1-C) A एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि सीबीआई हिंसा वाले मामलों की जांच पहले से ही कर रही थी. उस मामले में सीबीआई ने कई लोगों को हिरास में भी लिया है.
बता दें कि मणिपुर जा रहे विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल 29-30 जुलाई को मणिपुर के दौरे पर हैं. प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और फूलोदेवी नेताम, जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं अनिल हेगड़े, तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माजी, द्रमुक की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पीपी मोहम्मद फैजल, राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन और वीसीके पार्टी के टी थिरुमावलवन शामिल होंगे. इसके अलावा शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत, भाकपा के संदोश कुमार, माकपा के ए ए रहीम, समाजवादी पार्टी के जोवद अली खान, आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता, द्रमुक के डी रवि कुमार और आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर भी इस प्रतिनिमंडल का हिस्सा होंगे.