चाइनीज वीजा स्कैम (Chinese Visa Scam) मामले में कार्ति चिदम्बरम से सीबीआई हेडक्वार्टर (CBI Headquarters) में पूछताछ हो रही है, उन्हें कोर्ट ने भारत आने के 16 घंटे के अंदर पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा था. सीबीआई पूछताछ से पहले पत्रकारों ने कार्ति से जब चाइनीज वीजा स्कैम के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि सभी केस बोगस है, उन्होंने किसी चाइनीज नेशनल को वीजा दिलाने में मदद नही की. वहीं उनके सीए भास्कर रमन की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि ये हैरेसमेंट की राजनीति है.
राजधानी दिल्ली में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के मुख्यालय पहुंचे कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, "मैंने एक भी चीनी नागरिक को वीजा दिलाने में मदद नहीं की है." इससे पहले 17 मई को सीबीआई ने मामले में कार्ति के करीबी एस भास्कर रमन को गिरफ्तार किया था.
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सीबीआई ने कहा, "हमने उन्हें समन नहीं किया है क्योंकि अदालत ने उन्हें भारत आने के 16 घंटे के भीतर जांच में शामिल होने का निर्देश दिया है. अगर वह पेश नहीं होते हैं, तो हम जांच में शामिल होने के लिए उन्हें समन आदेश जारी कर सकते हैं"
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस सांसद से जुड़े कथित चीनी वीजा घोटाले के मामले में भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. आरोप है कि कार्ति चिदंबरम ने पंजाब में एक बिजली परियोजना को पूरा करने के लिए 263 चीनी नागरिकों को अवैध रूप से वीजा देने के लिए 50 लाख रुपये लिए.
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कार्ति के पिता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम 2011 में गृह मंत्री थे, लेकिन पी चिदंबरम को प्राथमिकी में आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है. सांसद के अलावा सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड अकाउंटेंट एस. भास्कर रमन, मानसा की एक निजी कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड के प्रतिनिधि विकास मखरिया और मुंबई के बेल टूल्स सहित चार अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
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