उत्तराखंड में धराली से जुड़ी मुख्य सड़क टूटने के बाद गंगनानी के पास लिंचागाड़ पर बैली पुल बनाया जा रहा है. बैली पुल का आधा निर्माण पूरा हो चुका है, जिसमें सेना, बीआरओ, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ युद्ध स्तर पर लगे हुए हैं. चिनूक हेलीकॉप्टर से दो जेनरेटर हर्षिल पहुंचाए गए ताकि बिजली आपूर्ति बहाल की जा सके और राहत कार्य बेहतर हो सके.