नई दिल्ली: कंबोडिया के नरेश नोरोदम सिहामोनी 29 से 31 मई तक भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर आएंगे. उनकी यात्रा के दौरान भारत और कंबोडिया के बीच राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे होने के मौके पर हो रहे कार्यक्रमों का समापन होगा. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने प्रेस वार्ता में कहा कि कंबोडिया के नरेश के साथ 27 सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल होगा, जिसमें शाही महल के मंत्री, विदेश मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत और कंबोडिया के बीच राजनयिक रिश्ते स्थापित होने के 70 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों का नरेश की राजकीय यात्रा के दौरान समापन होगा. दोनों देशों के बीच 1952 में राजनयिक रिश्ते स्थापित हुए थे. बयान में कहा गया है कि सिहामोनी की आगामी यात्रा भारत और कंबोडिया के बीच सभ्यतागत संबंधों को और मजबूत और गहरा करेगी.
कबोडिया के मौजूदा नरेश की भारत यात्रा करीब छह दशक के बाद हो रही है. पिछली बार उनके पिता ने 1963 में भारत यात्रा की थी. कंबोडिया नरेश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री एस जयशंकर कंबोडिया नरेश से मुलाकात करेंगे. वह राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.
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