Rajya Sabha By-elections : राज्यसभा की 10 सीटों के लिए जल्द ही उपचुनाव होगा. यह सीटें राज्यसभा सदस्यों के लोकसभा सांसद चुने जाने से खाली हुई हैं. वैसे तो सभी 10 सीटों पर एनडीए (NDA) की जीत तय है, लेकिन हरियाणा (Haryana) के उपचुनाव पर सबकी नजरें रहेंगी जहां नायाब सैनी सरकार से निर्दलीयों ने समर्थन वापस ले लिया है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी उठापटक से इनकार नहीं किया जा सकता.
राज्यसभा के 10 सांसदों ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया है. इनमें से सात सीटें बीजेपी की, दो कांग्रेस की और एक सीट आरजेडी के पास थी. राज्यसभा के उपचुनाव अलग-अलग होते हैं, यानी हर सीट पर अलग से मतदान होता है, इसीलिए सत्तारूढ़ दल हमेशा उपचुनाव जीत जाता है. इस लिहाज से सभी 10 सीटों पर बीजेपी और उसके सहयोगियों की जीत पक्की है. इससे राज्यसभा में एनडीए बहुमत के और करीब आ जाएगा.
राज्यसभा में रिक्त सीटें, जिनके सांसद पहुंचे लोकसभा | |||
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राज्य | राज्यसभा सांसद, जो लोकसभा पहुंचे | पार्टी | कहां से लोकसभा चुनाव जीते |
महाराष्ट्र | उदयनराजे भोंसले | भारतीय जनता पार्टी | सतारा |
महाराष्ट्र | पीयूष गोयल | भारतीय जनता पार्टी | मुंबई उत्तर |
असम | सर्बानंद सोनोवाल | भारतीय जनता पार्टी | डिब्रूगढ़ |
असम | कामाख्या प्रसाद तासा | भारतीय जनता पार्टी | काजीरंगा |
बिहार | विवेक ठाकुर | भारतीय जनता पार्टी | नवादासतारा |
बिहार | मीसा भारती | राष्ट्रीय जनता दल | पाटलिपुत्र |
हरियाणा | दीपेंद्र हुड्डा | कांग्रेस | रोहतक |
मध्य प्रदेश | ज्योतिरादित्य सिंधिया | भारतीय जनता पार्टी | गुना |
राजस्थान | के.सी. वेणुगोपाल | कांग्रेस | अलप्पुझा |
त्रिपुरा | बिप्लब देब | भारतीय जनता पार्टी | त्रिपुरा पश्चिम |
पांच राज्यों में एनडीए की जीत पक्की
दस सीटों में महाराष्ट्र, असम और बिहार में दो-दो सीटें हैं. हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा में एक-एक सीट है. सरकार में होने के कारण एनडीए की असम, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा की सीटों पर जीत तय है. महाराष्ट्र में एनडीए के एकजुट रहने पर दोनों सीटों को जीतने में दिक्कत नहीं आएगी, लेकिन हरियाणा का गणित रोचक है.
हरियाणा में उठापटक के आसार
हरियाणा में 90 सीटों की विधानसभा में अभी 87 विधायक हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 है. बीजेपी के 41, कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और पांच निर्दलीय विधायक हैं. एक आईएनएलडी और एक एचएलपी का विधायक है. एक निर्दलीय और एचएलपी का समर्थन बीजेपी को है, इस तरह उसके 43 विधायक हैं. बाकी चार निर्दलीयों में से तीन ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया जबकि अन्य निर्दलीय बलराज कुंडु किसी खेमे में नहीं हैं. बीजेपी को जेजेपी के दो विधायकों का समर्थन मिल चुका है.
कुल मिलाकर हरियाणा में राज्यसभा के इस उपचुनाव में हर विधायक पर नजर होगी. राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में विधायकों के पाला बदलने से इनकार नहीं किया जा सकता.
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