कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को कहा कि "मैं एक ऐसे भारत में पला-बढ़ा हूं, जहां लोगों के मरने पर भली-भली बातें करने की उम्मीद की जाती है. कड़ी आलोचना का जवाब देते हुए थरूर ने एक ट्वीट में कहा, "मैं ऐसे भारत में पला-बढ़ा हूं, जहां लोगों के मरने पर आपसे उम्मीद की जाती है कि आप उनके बारे में भली बातें करें. परवेज़ मुशर्रफ़ कट्टर दुश्मन थे, कारगिल के लिए जिम्मेदार थे, लेकिन उन्होंने अपने हित में, 2002-7 में भारत के साथ शांति के लिए काम किया. वह कोई मित्र नहीं थे, लेकिन उन्होंने शांति में रणनीतिक लाभ देखा, जैसा कि हमने किया.
इससे पहले थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘‘पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुर्लभ बीमारी के कारण निधन हो गया : कभी भारत के कट्टर शत्रु रहे मुशर्रफ 2002-2007 के बीच शांति के लिए असली ताकत बन गए थे. संयुक्त राष्ट्र में उन दिनों उनसे हर साल मुलाकात की थी और उन्हें चतुर तथा अपने कूटनीतिक विचारों में स्पष्ट पाया था. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें.''
थरूर द्वारा मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और कांग्रेस पर ‘‘पाकिस्तान परस्त'' होने का आरोप लगाया था.
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भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने थरूर के ट्वीट को टैग करते हुए कहा था, ‘‘परवेज मुशर्रफ करगिल युद्ध के साजिशकर्ता, तानाशाह, जघन्य अपराधों के आरोपी थे. उन्होंने तालिबान और ओसामा को ‘भाई' और ‘नायक' माना था और जिन्होंने अपने ही सैनिकों के शवों को वापस लेने से इनकार कर दिया था, कांग्रेस द्वारा उनकी प्रशंसा की जा रही है! आश्चर्य हो रहा है? कांग्रेस की पाकिस्तान परस्ती फिर सामने आई है.''
उन्होंने कहा, ‘‘एक समय मुशर्रफ ने राहुल गांधी को सज्जन व्यक्ति बताते हुए उनकी प्रशंसा की थी, शायद इसी कारण कांग्रेस को मुशर्रफ प्रिय है.''
पूनावाला ने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 से लेकर ‘सर्जिकल स्ट्राइक' और बालाकोट पर संदेह जताने वाली कांग्रेस ने मुशर्रफ की तारीफ की, लेकिन हमारे अपने प्रमुख को ‘सड़क का गुंडा' कहा..यही कांग्रेस है.''
एक अन्य ट्वीट में, भाजपा नेता ने मुशर्रफ का एक पुराना वीडियो साझा किया, जिसमें वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में दिल्ली की यात्रा के दौरान उनके बेटे को राहुल गांधी द्वारा आमंत्रित किये जाने और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा उनकी (मुशर्रफ) पत्नी, भाई और बेटे को दोपहर के भोजन (लंच) के लिए आमंत्रित किये जाने के बारे में बात कर रहे थे.
पूनावाला ने वीडियो को टैग करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘‘परवेज मुशर्रफ जिन्होंने ओसामा बिन लादेन और तालिबान की प्रशंसा की थी, उन्होंने राहुल गांधी को एक सज्जन व्यक्ति कहकर उनकी भी प्रशंसा की थी और उन्हें अपना समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई थी. शायद यही वजह है कि शशि थरूर करगिल युद्ध के मुख्य सूत्रधार और आतंकवाद के समर्थक की प्रशंसा कर रहे हैं.''
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने ट्वीट में लिखा, कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री (एक पार्टी जिसने 2010 तक कारगिल विजय दिवस मनाने से इनकार कर दिया था) सोचेंगे कि एक पाकिस्तानी जनरल जिसने आतंक फैलाया, पीठ में छुरा घोंपा और हर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर हमारे जवानो को प्रताड़ित किया, वह "शांति के लिए काम करने वाली ताकत" है - कांग्रेस का सबसे अच्छा वर्णन करता है.
(भाषा इनपुट के साथ)