नौकरियों का डेटा साझा करने के लिए BJP के वरुण गांधी ने AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी का आभार जताया

वरुण गांधी ने एक वीडियो क्लिप के साथ ट्वीट किया, "मैं आभारी हूं कि रोजगार पर उठाए गए मेरे सवालों का जिक्र असदुद्दीन ओवैसी जी ने अपने भाषण में किया."

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
यूपी के पीलीभीत के बीजेपी सांसद वरुण गांधी देश में बेरोजगारी के मुद्दे को अक्सर उठाते रहे हैं (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी ( BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने आज ट्विटर पर एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को उनके द्वारा रोजगार के आंकड़ों (Employment Data) का जिक्र करने के लिए धन्यवाद दिया. ओवैसी ने बताया है कि देश में केंद्र और राज्य सरकार के 60 लाख से अधिक स्वीकृत पद खाली हैं, जबकि बेरोजगारी रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है. ओवैसी को उनके भाषण के एक वीडियो में विभागवार रिक्त पदों की संख्या पढ़ते हुए देखा जा सकता है. वे यह बताते हैं कि यह उनका डेटा नहीं है, बल्कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा प्रदान किया गया है. 

वरुण गांधी ने असदुद्दीन ओवैसी के भाषण का एक वीडियो क्लिप ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि ''बेरोज़गारी आज देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और पूरे देश के नेताओं को इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए. बेरोज़गार नौजवानों को न्याय मिलना चाहिए,तभी देश शक्तिशाली बनेगा.''
 

Advertisement

उन्होंने कहा कि ''मैं आभारी हूं कि रोजगार के ऊपर उठाए गए मेरे सवालों का असदुद्दीन ओवैसी जी ने अपने भाषण में ज़िक्र किया.''

Advertisement

वरुण गांधी इससे पहले मंत्रालयों और विभागों में रिक्त पदों की संख्या के विवरण के साथ एक ग्राफिक ट्वीट कर चुके हैं. इसमें उन्होंने कहा है कि ''जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं. जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश हैं, वहीं ‘सरकारी आंकड़ों' की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद' खाली हैं. कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है!''

Advertisement

Advertisement

वरुण गांधी हाल ही में सरकारी पदों के रिक्त होने का मुद्दा उठाते रहे हैं. उनका कहना है कि नौकरी के इच्छुक लोग हताश हैं और प्रशासनिक अक्षमता की कीमत चुका रहे हैं.

वह अक्सर पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर और केंद्र पर सवाल उठाकर बीजेपी को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करते रहे हैं.

वरुण गांधी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के समर्थन में खुले तौर पर सामने आए थे, जबकि केंद्र में उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार उनका बचाव कर रही थी. वे जन-केंद्रित मुद्दों पर स्टैंड लेते रहे हैं जो बीजेपी की आधिकारिक स्थिति के अनुरूप नहीं हैं. तीन बार के लोकसभा सांसद को हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते नहीं देखा गया था.

यह भी पढ़ें -

वरुण गांधी ने रेल मंत्री को कहा 'Thanks', RRB अभ्यर्थियों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने से जुड़ा है मामला

राशन कार्ड सत्यापन को लेकर वरुण गांधी ने यूपी सरकार पर साधा निशाना, विपक्ष भी हुआ हमलावर

देश में 1.5 करोड़ पद ख़ाली, नौजवान बेरोजगार घूम रहा : BJP सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा

Featured Video Of The Day
Delhi Firecrackers Ban: कारोबार से लेकर रोजगार तक, सब पर क्यों पड़ रहा है भारी | Delhi Pollution