उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में गोंडा जिले की कैसरगंज सीट (Kaiserganj Lok Sabha Seat) इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में है. बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) इस सीट से सांसद हैं. लेकिन बीजेपी ने इस लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट पर अब तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. वहीं विपक्षी दल भी बीजेपी के पत्ते खोलने का इंतजार कर रहे हैं. इस सीट पर अब तक सस्पेंस बरकरार है. अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कट सकता है.
कटेगा बृजभूषण शरण सिंह का पत्ता?
खबर है कि बीजेपी मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण को कैसरगंज से टिकट दे सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर ये भी है कि पार्टी आलाकमान की बृजभूषण शरण सिंह से इस बारे में बात भी हुई है. बीजेपी ने अब तक कैसरंज सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है, वहीं समाजवादी पार्टी भी इसी बात का इंतजार कर रही है कि बीजेपी किसे चुनती है. यही वजह है कि वउसने भी अब तक इस सीट पर किसी चेहरे को नहीं उतारा है. कैसरगंज यूपी की हॉट सीट मानी जाती है, इसीलिए सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हैं.
कौन हैं करण भूषण सिंह?
कैसरगंज से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के दो बेटे, प्रतीक भूषण सिंह और करण भूषण सिंह हैं. प्रतीक भूषण गोंडा से विधायक हैं और बीजेपी अगर टिकट देती है तो करण भूषण सिंह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले इनकी कोई राजनीतिक भागीदारी नहीं रही है. करण भूषण सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं. वह पहले 2018 में यूपी कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके हैं.
कैसरगंज में बीजेपी किस पर लगाएगी दांव?
इस सीट के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई है. ऐसे में ये चर्चा तेज हो गई है कि आखिर बीजेपी किसे टिकट देगी. सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि बीजेपी इस बार बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह पर दांव लगा सकती है. कैसरगंज से बीजेपी करण को चुनाव लड़वा सकती है. हालांकि पार्टी की तरफ से इसे लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.सपा पहले ही कह चुकी है कि अगर बीजेपी ने कैसरगंज से ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाया तो वह ठाकुर को टिकट देंगे. वह बीजेपी के नहले पर दहला मारने की तैयारी में जुटे हुए हैं.
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