साल 2022 में हुई थी अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 'चोरी', रकम जान चौंक जाएंगे आप

ब्लॉकचैन डाटा प्लेटफार्म Chainalysis के अनुसार साल 2022 में सबसे अधिक क्रिप्टो हैकिंग हुई थी और क्रिप्टोकरेंसी व्यवसायों से 3.8 बिलियन डॉलर की चोरी हुई थी.

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नई दिल्ली:

क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स (WajirX) बड़ी साइबर चोरी का शिकार हुआ है और हैकर्स ने 250 मिलियन यूएस डॉलर यानी करीब 2000 करोड़ रुपये की सेंध लगाई है. वजीरएक्स  भारत का सबसे भरोसेमंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म है. जहां 100 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी खरीदी, बेची और ट्रेड की जाती है. वजीरएक्स अपने सारे फंड्स को सिक्योर वॉलेट्स में स्टोर करती है. लेकिन कुछ हैकर्स ने वॉलेट्स हैक कर दिया और 250 मिलियन यूएस डॉलर चुरा लिए . हालांकि क्रिप्टो चोरी का ये पहला मामला नहीं है. पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो हैकिंग के कई सारे केस सामने आए हैं. 

ब्लॉकचैन डाटा प्लेटफार्म Chainalysis के अनुसार साल 2022 में सबसे अधिक क्रिप्टो हैकिंग हुई थी और क्रिप्टोकरेंसी व्यवसायों से 3.8 बिलियन डॉलर की चोरी हुई थी.

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल करेंसी होती है. जिसे ऑनलाइन खरीदा और बेचा जा सकता है. Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH), Binance USD (BUSD), USD Coin (USDC), Uniswap (UNI), Solana (SOL) और Ripple (XRP) कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी है.

रोनिन- 625 मिलियन डॉलर

अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी हैक मार्च 2022 में की गई थी. हैकरों ने रोनिन नेटवर्क में सेंध लगाई थी और लगभग 625 मिलियन डॉलर मूल्य के एथेरियम और यूएसडीटी (एक स्थिर मुद्रा) चुरा ली थी. कहा जाता है कि उत्तर कोरिया सरकार द्वारा समर्थित हैकिंग समूह, लाजरस ग्रुप, चोरी से जुड़ा हुआ था. एक महीने बाद चोरी की गई धनराशि में से $5.7 मिलियन वापस मिल गई थी. बाकि का कुछ पता नहीं चल सका.

पॉली नेटवर्क: 600 मिलियन डॉलर

हैकर्स ने अगस्त 2021 में पॉली नेटवर्क को अपना निशाना बनाया था और $600 मिलियन से ज़्यादा की सेंध लगाई थी. जिसमें 33 मिलियन डॉलर का टेथर शामिल था. चोरी के दो दिनों के बाद, लगभग $300 मिलियन मिल गए थे. जांच में सामने आया था कि हैकर ने नेटवर्क चुनौती के तौर पर निशाना बनाया था.

बिनेंस: 569 मिलियन डॉलर

अक्टूबर 2022 में बिनेंस एक्सचेंज पर हुआ हैकर्स का हमला क्रिप्टोकरेंसी इतिहास में सबसे हाई-प्रोफाइल हमला था. बिनेंस एक्सचेंज को लगभग $570 मिलियन का नुकसान हुआ. इसी तरह से साल 2018 में, जापानी एक्सचेंज कॉइनचेक भी हैकर्स का शिकार हुई थी और हैकर्स ने  532 मिलियन डॉलर की सेंध लगा दी थी.

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इसके अलावा ऐसे भी मामले सामने आए हैं. जिसमें लोंगों के क्रिप्टोकरंसी अकाउंट हैक कर चोरी की गई है. एक ऐसा ही मामला महाराष्ट्र के ठाणे शहर में सामने आया था. जहां एक व्यक्ति ने नवंबर 2022 में 12 लाख रुपये गंवा दिए थे. पीड़ित का दावा था कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसका क्रिप्टोकरंसी अकाउंट हैक किया था.

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