एअर इंडिया की एक इंटरनेशनल फ्लाइट में यात्री के खाने में शार्प मेटल ब्लेड मिलने का मामला सामने आया है. यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर करके एयरलाइन को इसकी जानकारी दी है. इस बीच एअर इंडिया ने बयान जारी कर फ्लाइट में सर्व किए गए खाने में मेटल ब्लेड पाए जाने की बात को स्वीकार करते हुए माफी मांगी है.
क्या है पूरा मामला?
मैथुरेस पॉल एअर इंडिया की फ्लाइट से बेंगलुरु से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को जा रहे थे. उन्होंने 10 जून को X पर एअर इंडिया की फ्लाइट में सर्व किए गए खाने की फोटो शेयर की. उन्होंने खाने में स्वीट पोटैटो यानी शकरकंद और फिग यानी अंजीर की चाट ली थी. खाने के दौरान उन्हें मुंह में कुछ मेटल सा महसूस हुआ. चेक करने पर उन्हें अहसास हुआ कि ये वास्तव में एक मेटल ब्लेड है.
एयर कनाडा की दिल्ली से टोरंटो जा रही फ्लाइट में मिली बम होने की धमकी : दिल्ली पुलिस
शेयर की गई तस्वीरों में मेटल ब्लेड साफ देखा जा सकता है. पहली फोटो में वह मेटल का टुकड़ा दिखाया गया है. दूसरी तस्वीर में केबिन क्रू की तरफ से सर्व किया गया खाना दिखाया गया है.
एअर इंडिया का केटरिंग स्टाफ जिम्मेदार
पॉल आगे लिखते हैं, "जाहिर तौर पर इस लापरवाही के लिए एअर इंडिया का केटरिंग स्टाफ जिम्मेदार है. आप सोच सकते हैं कि क्या होता अगर ये खाना किसी बच्चे को सर्व किया गया होता?"
चीफ कस्टमर एक्सपिरियंस ऑफिसर ने मांगी माफी
यात्री के इस पोस्ट पर 16 जून को एअर इंडिया के चीफ कस्टमर एक्सपिरियंस ऑफिसर माफी मांगी है. राजेश डोगरा ने कहा, "डियर मिस्टर पॉल, हमें इस बारे में जानकर बेहद खेद है. यह उस सर्विस के लेवल को नहीं दर्शाता है, जिसे हम अपने पैसेंजर्स को प्रोवाइड करना चाहते हैं."
टकराने से बाल-बाल बचे एयर इंडिया और इंडिगो विमान, एक ही रनवे पर हो रही थी लैंडिंग और टेक ऑफ
एअर इंडिया ने दावा किया कि ब्लेड उसके कैटरिंग वेंडर के इस्तेमाल किए जाने वाले चॉपिंग मशीन का हिस्सा था. एअर इंडिया ने कहा, "हमारी एक फ्लाइट में सवार यात्री के खाने में कोई फॉरेन ऑब्जेक्ट पाया गया था. जांच के बाद यह पाया गया है कि यह हमारे कैटरिंग पार्टनर की फैसिलिटीज में इस्तेमाल की जाने वाली वेजिटेबल प्रोसेसिंग मशीन से आया था."
एयरलाइन ने आगे कहा, "हमने अपने कैटरिंग पार्टनर के साथ मिलकर ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए उपायों को मजबूत करने पर काम किया है. इसमें किसी भी हार्ड वेजिटेबल को काटने के बाद प्रोसेसर की कई बार जांच करना शामिल है."
एक लैंडिंग तो दूसरा कर रहा था टेकऑफ, महज 509 मीटर की दूरी पर थे एयर इंडिया और इंडिगो विमान